हरक सिंह का बयान- भाजपा खुफिया पर नही बल्कि अफवाहों पर विश्वास करती है

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हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम

भाजपा से बर्खास्त किए गए कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि सरकार के पास सभी खुफिया एजेंसी होती हैं लेकिन इसके बावजूद सिर्फ अफवाह को सच मानकर उन्होंने उन्हें बिना किसी तरह के बातचीत किए बगैर उन्हें पार्टी से निकाल दिया। जबकि वह पार्टी को नहीं छोड़ना चाह रहे थे।

वही भारतीय जनता पार्टी का कहना है कि हरक सिंह लगातार पार्टी पर दबाव बना रहे थे कि उन्हें और उनकी बहू को टिकट दिया जाए ताकि वह अपनी बहू का भी राजनीतिक कैरियर शुरू कर सकें पुलिस जानकारी के अनुसार यह बात छनकर आई है कि हरक सिंह के पार्टी में कई लोगों से तनातनी चल रही थी जिनमें मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और विजय बहुगुणा शामिल है।

हरक सिंह रावत ने कहा कि उन्होंने अपने हाईकमान को यह बताया था कि इस बार संगठन में इस तरह से तैयारी की जाए कि कांग्रेस की सरकार बनने से रोकी जाए लेकिन उनकी बात को तवज्जो नहीं दिया गया पूरे प्रदेश में कांग्रेस की वापसी हो रही है इसकी सभी जगह से सूचनाएं मिल रही है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी इस बात को मानने से इंकार कर रही है ।

हरक सिंह रावत का कहना है वह पार्टी को नहीं छोड़ना चाह रहे थे लेकिन सिर्फ इसी अफवाह के कि वह कांग्रेस के साथ संपर्क बनाए हुए हैं इसीलिए उन्हें पार्टी से निकाला गया है। इसके अलावा एक बड़ी बात यह भी है की पूरा राज्य और देश चलाने वाली भारतीय जनता पार्टी जिसके पास सभी प्रकार के खुफिया तंत्र हैं वह कैसे इस बात को तय नहीं कर पाई की हरक सिंह को पार्टी नेताओं से मिलने से पहले न निकाला जाए और यह बात झूठी भी हो सकती है। फिलहाल हरक सिंह रावत के लिए यह बड़ा कष्ट का समय है कि उन्हें पार्टी ने निकाल दिया है जबकि वह है इससे पहले कांग्रेस में शामिल होते और भाजपा को झटका देते पार्टी ने उन्हें ही झटका दे दिया