राज्य में बर्फबारी से लकदक हुए पहाड़, दून से दिख रही बर्फ

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आखिरकार उत्तराखंड के लोगों को जिस बर्फबारी कां इंतजार था वो हो ही गई है। लगभग बीस दिन की देरी से ही सही लेकिन उत्तराखंड के पहाड़ अब बर्फबारी से लकदक नजर आ रहें हैं। बारिश और बर्फबारी के बाद राज्य में ठंड में इजाफा हो गया है। वहीं मसूरी और धनोल्टी में भी खू बर्फ पड़ी है। हालात ये हैं कि देहरादून से भी लोग मसूरी और धनोल्टी के पहाड़ों की बर्फ के दीदार कर रहें हैं।


मौसम विभाग ने 19 तारीख के बाद से राज्य में ऊंचाई वाले इलाको में बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान सच साबित हुआ और राज्य के पर्वतीय इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई है।


केदारनाथ में बर्फबारी


केदारनाथ और बद्रीनाथ के साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री में बर्फ की मोटी चादर है। केदारनाथ में कल रात से लगातार बर्फबारी के चलते तीन फिट से अधिक बर्फ जमी हुई है। वहीं बदरीनाथ में भी बर्फबारी से ठंड में इजाफा हुआ है।


जोशीमठ में बर्फबारी


जोशीमठ में भी बर्फबारी, बढ़ी मुश्किलें
वहीं भू-धंसाव के बीच जोशीमठ में हुई भारी बर्फबारी के चलते स्थानीय लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। देर रात से जोशीमठ में भारी बर्फबारी हो रही है। औली में भी बर्फबारी रिपोर्ट की गई है। जोशीमठ में राहत शिविरों में रह रहे लोगों के लिए ठंड में इजाफा होना मुश्किलें ला सकता है। हालांकि प्रशासन ने राहत शिविरों में रह रहे लोगों के लिए अतिरिक्त अलाव की व्यवस्था कराई है।


वहीं मुक्तेश्वर में लगातार दूसरे दिन न्यूनतम तापमान एक डिग्री दर्ज किया गया। पिथौरागढ़, मुनस्यारी, उत्तरकाशी, चकराता, जौनसार के ऊंचाई वाले इलाकों में भी पहाड़ियां बर्फ से लकदक हैं। मसूरी और धनोल्टी की पहाड़ियों पर भी बर्फ पड़ी हुई है। मसूरी में बर्फबारी के चलते तापमान बेहद कम हो गया है।


मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 24 घंटे में 2500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। पर्वतीय इलाकों में बारिश और बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में भी दिखाई देगा। ऐसे में मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ने की पूरी संभावना है। 23 से 26 जनवरी तक मैदान से लेकर पहाड़ तक तेज गर्जना के साथ जोरदार बारिश और बर्फबारी की पूरी संभावना है।