यहाँ शहर से कबाड़ की दुकाने बाहर करने के फरमान से हल्द्वानी के काबड़ियों मे भी हड़कंप
विगत दिवस उधम सिंह नगर में कबाड़ की दुकान से हुए गैस रिसाव की घटना के बाद आयुक्त ने शहर के अंदर बनी कबाड़ की दुकानों का निरीक्षण किया जहां पर आयुक्त को कई अनियमितता मिली।
जिसके बाद आयुक्त ने एसडीएम नैनीताल को कबाड़ की दुकानों को शहर से बाहर करने के निर्देश देते हुए कहा की कबाड़ की दुकानें अवैध रूप से शहर के अंदर स्थापित की गई है। कबाड़ व्यवसाय करने वाले सरकारी जमीनों पर अवैध रूप से काबिज हैं लिहाजा इन्हें जल्द से जल्द शहर से बाहर किया जाए।
इसके बाद आयुक्त के कैंप कार्यालय के शहर हल्द्वानी में भी कावड़ियों मे मंडलायुक्त के इस निर्णय से खलबली मची हुई है.हल्द्वानी में कबाड़ का बहुत बड़ा कारोबार है और कई कबाड़ खाने तो ऐसी जगह पर है जहां पर काफी बड़ी आबादी रहती है इससे पहले उत्तर उजाला बरेली रोड के समीप एक कबाड़ की गोदाम में आग लग गई थी जिसे बमुश्किल प्रशासन की चतुराई से काबू में किया गया
. मंडलायुक्त ने अगर नैनीताल की तरह ही हल्द्वानी में भी इस तरह का फरमान सुना दिया तो निश्चित रूप से यहां गली-गली में कबाड़ का कार्य कर रहे लोगों को अपना कारोबार शहर से बाहर भी समेटना पड़ सकता है कबाड़ का कारोबार बरेली रोड रामपुर रोड कालाढूंगी रोड में भी बढ़ने लग गया है.कबाड़ का काम करने वाले लोग शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी आमद दर्ज करा चुके हैं.
जिस तरह से मंडलायुक्त ने रुद्रपुर के हादसे के बाद त्वरित रूप से पर्यटन नगरी नैनीताल से कबाड़ के कारोबारियों को शहर से बाहर करने का फरमान सुनाया उससे निश्चित रूप से हल्द्वानी में भी इस निर्णय को लागू किया जा सकता है इस निर्णय के लागू होने की भनक से कबाड़ कारोबारियों के दिलों में शिहरन पैदा हो गई है.
नैनीताल जैसी खूबसूरत पर्यटन नगरी से और कारोबारियों को शहर से बाहर करने के निर्देश की कई नागरिकों ने खुशी जताई है लोगों का कहना है कि पर्यटन के लिए बाहर से घूमने आने वाले लोगों के साथ अगर कोई ऐसी घटना घटती है तो निश्चित रूप से उत्तराखंड के पर्यटन के लिए यह अच्छी खबर नहीं होगी.
इन दुकानों से उधम सिंह नगर में हुई जैसी घटना शहर में दोबारा घट सकती है। लिहाजा शहर के अंदर से कबाड़ की दुकानों को बाहर किया जाए।दौरान आयुक्त ने सार्वजनिक स्थानों पर गंदगी देखते हुए नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी को जमकर फटकार लगाई गंदगी साफ करवाने के निर्देश दिए ।
वहीं सड़कों के किनारे रखी गई निर्माण सामग्री पर भी आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित लोगों के खिलाफ चालानी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
इसके बाद आयुक्त ने बीडी पांडे अस्पताल का निरीक्षण किया। जहां आयुक्त को सभी स्थितियां सामान्य मिली। बीडी पांडे अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर वी के पुनेरा ने आयुक्त से अस्पताल के महिला प्राइवेट वार्ड के संचालन के लिए कर्मचारियों की नियुक्ति की मांग की। निरीक्षण के दौरान विकास प्राधिकरण सचिव पंकज उपाध्याय, अधिशासी अभियंता दीपक गुप्ता, अधिशासी अभियंता विपिन चौहान, प्रियंका पांडे, सीओ विभा दीक्षित, पर्यटन अधिकारी विजेंद्र पांडे, डीएस बिष्ट, सीएम साह समेत अन्य लोग मौजूद थे।
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