रूठे हरक अभी नही माने कहा 5 करोड़ में नही बाउंड्री वाल बनती

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देहरादून एसकेटी डॉटकॉम

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पल-पल बदलती सियासत के बीच नई खबर शंकर आ रही है की हरक सिंह रावत अभी अपनी नाराजगी से हटे नहीं है मुख्यमंत्री से हुई बात के बाद जब उन्होंने कहा कि 5 करोड रुपए स्वीकृत करने से क्षेत्रीय जनता का मेडिकल कॉलेज का सपना पूरा नहीं हो जाता है। 5 करोड में तो मेडिकल कॉलेज की बाउंड्री वॉल भी नहीं बन पाएगी उन्होंने कहा कि उन्हें दुख है की छतरी जनता की मांगों को लेकर सरकार कितनी संजीदा है। माना यह जा रहा है की 5 करोड़ की व्यवस्था के बाद हरक सिंह रावत का गुस्सा और भड़क गया है।

उन्होंने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि सरकार जब एक कैबिनेट मंत्री के प्रस्ताव पर इस तरह से बचकानी हरकतें कर रही हो तो आम जनता के साथ क्या व्यवहार होता होगा उन्होंने कहा कि वह अभी फिलहाल कहीं जाने वाले नहीं हैं लेकिन उनकी मांग पर अगर सरकार इस तरह से आधे अधूरे निर्णय लेगी तो जनता की उम्मीदें कैसे पूरी होंगी जबकि इससे पहले यह खबरें आ रही थी की हरक सिंह रावत कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से हुई बात के बाद वह मान गए हैं और अब वह शीर्ष नेताओं से मिलने के लिए आज दिल्ली रवाना होंगे। उनके घनिष्ठ साथी एवं विधायक उमेश शर्मा काऊ ने कहा कि हर एक ने अभी इस्तीफा नहीं दिया है। उनकी नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कल रात उमेश काऊ के माध्यम से हरक सिंह से बात की थी उसके बाद हरक सिंह का गुस्सा शांत हुआ था हालांकि हरक सिंह रावत अपने सरकारी एवं निजी आवास में भी नहीं गए थे वह किसी होटल में रुक गए थे यह कहा जाए कि वह अज्ञातवास चले गए थे इससे पहले यह खबरें छनकर आई थी कि हरक सिंह अब मान गए हैं और राज्य सरकार ने मेडिकल कॉलेज के लिए 5 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर दी है शीघ्र ही यह धनराशि अवमुक्त हो जाएगी अथवा चुनाव आचार संहिता के दौरान भी यह धनराशि आज आ सकेगी।

इसके अलावा हरक सिंह की नाराजगी का दूसरा कारण यह भी था कि वह अपनी बहू के लिए पार्टी का टिकट चाह रहे थे लेकिन इस संबंध में पार्टी की ओर से कोई स्पष्ट संदेश नहीं दिया गया था जिस से भी हरक सिंह नाराज थे इसके अलावा उनकी नाराजगी का एक कारण यह भी था कि तीरथ सिंह के इस्तीफे के बाद उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा लेकिन पार्टी ने युवा चेहरे के रूम में तीरथ सिंह के बाद पुष्कर सिंह धामी को प्रदेश की कमान सौंप दी थी।