इंदिरा की विरासत को आगे बढ़ाने की सुमित को मिली जिम्मेदारी

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अंकुर सक्सेना, हल्द्वानी। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव बहुत जल्द होने वाले है। जिसको लेकर हर एक राजनैतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है और भाजपा, यूकेडी समेत कई राजनीतिक दलों के द्वारा अपने प्रत्याशियों की लिस्ट भी जारी कर दी गई है इसी क्रम में उत्तराखंड कांग्रेस ने भी देर रात अपनी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी जिसमें हल्द्वानी से सुमित हृदयेश को टिकट दिया गया है।

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जिसके बाद से जैसे ही सुमित नाम हल्द्वानी से विधानसभा क्षेत्र में टिकट को लेकर सामने आया उसके बाद से सुमित के चाहने वालो में खुशी की लहर उमड़ उठी। ऐसा भी कहा जा सकता है कि सोनिया ने हल्द्वानी से इंदिरा के बेटे के ऊपर अपना भरोसा भी जताया है। बता दें कि हल्द्वानी की आयरन लेडी कही जाने वाली इंदिरा हृदयेश की मृत्यु के बाद हल्द्वानी की विधानसभा क्षेत्र जैसे ही खाली हुआ उसके बाद से ही कांग्रेस में ही हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र को लेकर कई दावेदारों के नाम उठने लगे जिसके बाद से सुमित के हल्द्वानी विधानसभा क्षेत्र के नाम को लेकर भी कई बार सवाल उठने लगे जिनमें से कुछ सवाल तो सुमित के कांग्रेस को छोड़कर किसी अन्य पार्टी में जाने के भी उठ रहे थे।

जिस पर कांग्रेस के द्वारा इस विधानसभा क्षेत्र में उन्हें टिकट देकर सारे सवाल इंसानों पर अंकुश लगा दिया गया है और सुमित ने 2017 में हल्द्वानी से मेयर पद के लिए दावेदारी की थी जिसमें उन्हें शुरुआती दौर में काफी भारी तेजी से वोट मिले थे लेकिन उनके प्रतिद्वंदी डॉक्टर जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला के द्वारा उन्हें 2017 के चुनावों में हार का सामना करना पड़ा लेकिन उसके बाद भी सुमित का आत्मविश्वास डगमगा नहीं और उन्होंने और मजबूती के साथ अपनी आगे की लड़ाई को लेकर तैयारियां शुरू कर दी लेकिन इसी बीच उनके जीवन में एक दुखद पल भी आया जब उनकी माता का देहांत हो गया और जहां पर इंदिरा हृदयेश की मृत्यु के बाद जहां पर कांग्रेस सुमित और इंदिरा के चाहने वाले बिखर के रह गए थे वहीं सुमित ने आगे बढ़कर एक बार फिर एक धागे में पिरोने का काम किया और हल्द्वानी के सभी वार्डों में जाकर जनसंपर्क किया और इंदिरा विकास रैली भी आयोजित की। हल्द्वानी से सुमित को टिकट मिलने के बाद अब सुमित के सामने अपनी मां की विरासत को आगे बढ़ाने की चुनौती भी सामने आ गई है और अब नई सोच और नए जोश के साथ सुमित के द्वारा उनकी मां की विरासत को आगे बढ़ाये जाने की उम्मीद लगाई जा रही है