तीलू रौतेली पुरस्कार मे हुई बंदरबाट पर कांग्रेस ने सरकार को घेरा, सरिता ने उठाया सवाल
हलद्वानी एसकेटी डॉटकॉम
उत्तराखंड की प्रसिद्ध तीलू रौतेली पुरस्कार मे की गई बंदर बाट पर महिला कांग्रेस ने निशाना साधा है। प्रदेशाध्यक्ष सरिता आर्या ने सरकार पर इसका भाजपाई करण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा तीलू रौतेली पुरस्कार उत्तराखंड की नारी शक्ति का प्रतीक है। भाजपा ने अपने संगठन के कई लोगों को लोगो को रेवड़ी की तरह बाटे हैं।
जिससे इस पुरस्कार की मर्यादा गिरी है।इसके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है। ऐसे पात्रो को पुरस्कार देकर इसकी गरिमा का को गिराया है। उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार के लिए पात्रो का चयन करने के लिए विशेषज्ञ लोगो की कमेटी होनी चाहिए। विभाग का दखल नही होना चाहिए।
सरिता आर्या ने कहा कि गढवाल की एक बुजुर्ग महिला देवकी भंडारी जिसने अपनी पेंशन से 10 लाख रुपए जो उसकी बुढापे के सहारा थे कोविड काल में दान कर दिए। जिसकी पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक ने इसकी तारीफ की। लेकिन सरकार को इस महिला की दया भाव नही दिखी। क्या उन्हें तीलू रौतेली पुरस्कार नही मिलना चाहिये।
वही हलद्वानी की एक महिला वो अनाथ बच्चों को पलटी है। अपने घर से खर्च लगती है। बच्चों को भीख मांगने से रोक कर स्वालम्बन बनाने का प्रयास कर रही है। सरकार ने नेताओ की बेटियों एवम विधान सभा अध्यक्ष के पीए की पत्नी को भी पुरस्कार दिया जो कि निंदनीय है। इस मौके पर प्रदेश प्रवक्ता एवम कुमाऊं मीडिया प्रभारी दीपक बलूटिया, पीसीसी हेमंत बगडवाल, महानगर अध्यक्ष राहुल छिमवाल, वरिष्ठउपाध्यक्ष विमल सांगुरी, महामंत्री खष्टी बिष्ट, बबिता उप्रेती, अलका आर्या समेत कई महिलाएँ मौजूद रही।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें