बड़ी खबर-ये नगर पंचायत अध्यक्ष हुए बर्खास्त, भ्रष्टाचार के लगे थे आरोप

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सीएम धामी ने एक बार फिर से भष्ट्राचार पर कड़ा प्रहार किया है। वित्तीय अनियमितताओं, भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे पुरोला नगर पंचायत के अध्यक्ष हरिमोहन नेगी को सरकार ने बर्खास्त कर दिया है।

पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी बर्खास्त
भष्ट्राचार पर कड़ा प्रहार करते हुए सरकार ने पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी को बर्खास्त कर दिया है। बता दें कि हरिमोहन नेगी पर वित्तीय अनियमितताओं, भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष को रिक्त घोषित कर दिया गया है।

शासन ने जांच के बाद लिया फैसला
पुरोला नगर पंचायत अध्यक्ष हरिमोहन नेगी को बर्खास्त करने का फैसला शासन ने जिलाधिकारी और शहरी विकास निदेशालय की जांच और नेगी से जवाब मिलने के बाद लिया है। इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। बता दें कि हरिमोहन नेगी पर सभासदों ने ही भष्ट्राचार के आरोप लगाए थे।

वित्तीय अनिमितताओं और भ्रष्टाचार के हैं आरोप
अध्यक्ष हरिमोहन नेगी पर पुरोला नगर पंचायत के वार्ड नंबर 1, 2, 3 और 6 के सभासदों ने वित्तीय अनिमितताओं का आरोप लगाए थे। उन्होंने आरोप लगाते हुए शपथपत्र के साथ लिखित शिकायत डीएम और शहरी विकास निदेशालय को दी थी।

बता दें कि हरिमोहन नेगी पर राज्य वित्त के साथ ही 15वें वित्त और अवस्थापना मदों के तहत कराए गए कार्यों में अनियमितता, बोर्ड बैठक के प्रस्ताव के अभिलेखों में ओवरराइटिंग के आरोप थे।

इसके साथ ही उनपर कोविड काल के दौरान 26.25 लाख के सामान खरीदने, विद्युतीकरण में फर्जीवाड़े, चार कार्मिकों को आउटसोर्सिंग से भर्ती करने, निजी वाहनों में डीजल-पेट्रोल का इस्तेमाल करते हुए नगर पंचायत से भुगतान जैसे संगीन आरोप थे।

DM ने पिछले साल जांच रिपोर्ट भेजी थी शासन को
इस पूरे मामले में डीएम उत्तरकाशी ने पिछले साल आठ जुलाई को जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर हरिमोहन नेगी को शासन ने 16 जनवरी 2023 को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। जिसका जवाब उन्होंने सात फरवरी 2023 को भेजा था।

इस मामले की जांत के आदेश शासन ने शहरी विकास निदेशक को दिए थे। जांच के बाद शासन को निदेशालय ने 16 जुलाई को अपनी जांच रिपोर्ट उपलब्ध करा दी थी। जिसेक बाद ये फैसला लिया गया है।