मंत्री जी को विधानसभा में बैठना नहीं पसंद, जनता के काम अधूरे, कैसे होंगे पूरे ?, पढ़ें खास रिपोर्ट

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उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जहां लगातार जनता के बीच रहकर जनता की समस्याओं का सुनने का काम भी करते हैं। तो वहीं धामी सरकार के कैबिनेट मंत्री लगता है कि आम जनता से लगातार दूरी बनाते हुए नजर आ रहे हैं। इसका उदाहरण विधानसभा से लगाया जा सकता है। जिस विधानसभा में बकायदा मंत्रियों को कमरे और पूरा स्टाफ मिला हो मंत्री वहीं बैठना पसंद नहीं करते है जिससे आम जनता के काम की अटके हुए रहते हैं।


उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जहां समय-समय पर मंत्रियों को दिशा निर्देश देते रहते हैं कि वो जनता के बीच रहकर जनता की समस्याओं को दूर करें। तो वहीं लगता है कि मंत्रियों पर इसका कम ही असर पड़ रहा है। बात अगर उत्तराखंड विधानसभा की करें तो उत्तराखंड विधानसभा में ऐसा लगता है कि मंत्रियों ने बैठना छोड़ दिया है।

अधिकतर मंत्री केवल उत्तराखंड विधानसभा में या तो विभागीय बैठक लेने पहुंच रहे हैं। या फिर जब विधानसभा का सत्र होता है तब पहुंचते हैं। ज्यादातर मंत्रियों ने तो अपने आवास से ही मंत्रालय चला रखा है। अधिकारियों की मीटिंग हो या फिर विधानसभा का स्टाफ, विधानसभा की बजाय स्टाफ ने भी मंत्रियों के आवास में बैठना उचित समझ रहे हैं। जिसे आम जनता के काम काज पर असर पड़ रहा है।

जनता के काम अधूरे, कैसे होंगे पूरे ?
मंत्रियों के विधानसभा में ना बैठने के कारण जनता के कई काम अधूरे हैं। जिस कारण आम जनता को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। यहां तक कि कई मंत्रियों के गेट तो राजधानी में आज जनता के लिए बमुश्किल ही खुलते हैं। तो वहीं कुछ मंत्रियों के गेट तो आम जनता के लिए खुलते ही नहीं है। कई मंत्रियों के मंत्री आवास में होने के बावजूद स्टाफ मंत्री के बाहर होने की बात कर आम जनता को गेट से ही लौटा देते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जनता के ये अधूरे काम पूरे कैसे होंगे ?

विधायकों को तक नहीं मिल रहे मंत्री
प्रदेश की जनता कई बार बड़ी उम्मीद से विधानसभा पहुंचती है कि मंत्री से मुलाकात कर उनकी समस्याएं हल हो जाएंगी। लेकिन जब मंत्री विधानसभा में बैठेंगे ही नहीं तो समस्याएं हल कैसे होंगी ? आम जनता तो छोड़िए खुद विधायकों को ही मंत्री नहीं मिल पाते हैं। खुद कांग्रेस विधायक हरीश धामी का कहना है कि विधायकों तक को मंत्री नहीं मिल पाते हैं। आम जनता का तो और मुश्किल रहता है। कांग्रेस शासन काल में विधानसभा में आराम से मंत्री मिल जाते थे। आज प्रदेश की जनता कांग्रेस के शासन का को इस लिए याद करती है।

क्षेत्रीय भ्रमण पर जनता से होते रहती है मुलाकात
कांग्रेस विधायक के बयान से आप समझ गए होंगे कि आखिरकार मंत्रियों से उत्तराखंड में मिलना कितना मुश्किल है। लेकिन मंत्री किस तरीके से बहाना बनाते हुए नजर आ रहे हैं ये भी आप समझ जाएंगे। इस मामले में मंत्रियों का कहना है कि वो लगातार क्षेत्रीय भ्रमण पर रहते हैं और इस दौरान मुलाकात जनता से होती रहती है। इस वजह से भी वो विधानसभा में कम बैठते हैं। विधानसभा की बजाय मंत्री आवास में आराम से जनता से वो मुलाकात कर लेते हैं