#Ramnagar क्षेत्र में बाघ का आतंक जारी, वन विभाग के लिए बना चुनौती, इस तरह जाएगा पकड़ा
हाथी डगर में आतंक का पर्याय बना बाघ वन विभाग के लिए चुनौती बन गया है। कल महिला सहित 3 लोग पर हमला करने के बाद से पूरे इलाके में दहशत बनी हुई है। बाघ के हमले में कल पूजा नाम की महिला की मौत हुई जबकि बाइक सवार दो लोग हमले में घायल हुए है।
हमलावर बाघ को आबादी क्षेत्र से जंगल की ओर खदेड़ने के लिए जेसीबी मशीन और ट्रैक्टर का इस्तेमाल किया गया था लेकिन बाघ खेत में ही इधर उधर झुपता रहा। अब हमलावर बाघ की लोकेशन को ट्रेस करने के लिए ड्रोन कैमरों की मदद ली जा रही है। जब तक हमलावर बाघ पकड़ा नहीं जाता तब तक उस क्षेत्र में खतरा बना हुआ है।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग के डीएफओ प्रकाश चन्द्र आर्य ने आज मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने एटम बम को बताया कि वन विभाग का प्रयास रहेगा कि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।
तराई पश्चिमी वन प्रभाग ने बाघ को पकड़ने के लिए हाथी डगर में दो पिंजरे लगा दिए है।
वन विभाग का पहला प्रयास यही है कि हमलावर बाघ को आबादी क्षेत्र की ओर घुसने से रोका जाए और उसे जंगल की ओर खदेड़ दिया जाए लेकिन बाघ के पुनः आबादी क्षेत्र में घुसने का खतरा हैं। डीएफओ प्रकाश चंद्र आर्य ने भी इस बात की भी आशंका जताई है कि बाघ पुनः आबादी क्षेत्र में घुस सकता है ऐसे में उसे पकड़कर रेस्क्यू सेंटर अथवा जू में भेजना ही सही रहेगा है।
फिलहाल तराई पश्चिमी वन प्रभाग ने ग्रामीणों की सुरक्षा के मद्देनजर बाघ को पकड़ने के लिए शासन से अनुमति मांगी है।
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