ज्वालापुर कांग्रेस विधायक से लोग नाखुश, हरीश रावत से जताई नाराजगी, जानें क्यों ?

ख़बर शेयर करें

पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता हरीश रावत सालों बाद ज्वालापुर विधानसभा पहुंचे। जहां पर उनका स्वागत ढोल नगाड़ों के साथ किया गया। लेकिन मुस्लिमों ने ज्वालापुर कांग्रेस विधायक के खिलाफ हरीश रावत के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की।

Ad
Ad

सालों बाद ज्वालापुर पहुंचे पूर्व सीएम हरीश रावत
भगवानपुर तहसील अंतर्गत ज्वालापुर विधानसभा के खेड़ी शिकोहपुर गांव में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सालों के बाद पहुंचे। जिस पर लोगों ने उनका गर्मजोशी के साथ ढोल नगाड़ों से स्वागत किया। पूर्व सीएम के पहुंचने पर स्थानीय विधायक रवि बहादुर के खिलाफ हरीश रावत के सामने अपनी नाराज़गी जाहिर की।

स्थानीयों ने विधायक के खिलाफ जाहिर की नाराजगी
पूर्व सीएम हरीश रावत के वहां पहुंचने पर पूर्व प्रधान राव गुड्डू ने विधायक की शिकायत दर्ज करते हुए कहा कि क्षेत्र में कोई काम भी विधायक करने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि इसी बात को लेकर गांव के युवाओं में भी नाराजगी देखने को मिली है।

युवाओं ने कहा कि जिस प्रकार से खेड़ी शिकोहपुर गांव के लोगों ने हरीश रावत के नाम पर विधायक रवि बहादुर को वोट देकर विजयी बनाया था। उस पर विधायक खरे नहीं उतरे। जीतने के बाद उन्होंने काम तो क्या गांव में लोगों का धन्यवाद तक नहीं किया।

हरीश रावत ने कहा कि वो टूटे बांध को देखने आए हैं
हरीश रावत से जब सवाल किया गया कि बीते सालों से आप अपने इस चहेते गांव में तशरीफ क्यों नहीं लाए। तो हरीश रावत ने टालते हुए कहा कि उनको पता चला था कि गांव में बांध टूट गया जिसको देखने के लिए आज यहां आए हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों ने जिस प्रकार से उनका स्वागत किया है उसके लिए ऋणी हूं सभी का धन्यवाद करता हूं।

विधायक को लेकर लोगों की नाराजगी जल्द होगी दूर
पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि विधायक को लेकर लोगों की नाराजगी जल्द ही दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि विधायक रवि बहादुर से सड़क को लेकर उनकी बात हुई है जल्दी ही प्रस्ताव बनाकर इसको बनवाया जायेगा।

इसके अलावा उन्होंने कहा कि आप भतीजे की चिंता मत करो अभी चाचा बैठा है विकास कार्यों में कोई रुकावट को नहीं आने दिया जाएगा। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि किसी की बातों में नहीं आना है। आपस में प्यार मोहब्बत से रहना है और मोहब्बत की दुकान चलाने वालों के साथ रहना है।