बड़ी खबर- अंकित हत्याकांड में मिला अहम सुराग,पुलकित ने उगले राज

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अंकिता हत्याकांड की गुत्थी काफी हद तक सुलझने लगी है। अंकिता हत्याकांड में एसआईटी ने पुलकित आर्या की हर थ्योरी को अपने टेक्निकल प्वाइंट्स के सामने फेल कर दिया है। पुलकित की पोल अब खुलने लगी है। ऐसे में पुलिस के लिए पुलकित के खिलाफ केस लगातार मजबूत होने की उम्मीद है।


जेल से रिमांड पर लाने के बाद एसआईटी ने पुलकित से वन टू वन पूछताछ की है। एसआईटी के लिए सबसे बड़ी चुनौती ये थी कि वो मर्डर का मोटिव पता लगाए और एसआईटी को ये पता चल चुका है। सूत्रों की माने तो अंकिता की हत्या के पीछे सबसे बड़ी वजह पुलकित के रिजार्ट में चल रहे काले धंधों को उजागर करने की कोशिश ही अंकिता ही जान की दुश्मन बन गई। चूंकि अंकिता सब कुछ जान गई थी और उसने इस बात की धमकी भी दी थी कि वो बाहर जाकर सबको बता देगी इसी वजह से पुलकित ने अंकिता को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया।


एसआईटी ने पुलकित से जो पूछताछ की है उसमें शुरुआत में वो पहले तो वो अंकिता को इधर उधर घुमाता रहा लेकिन सबूतों और सख्ती के सामने उसकी एक न चली और फिर वो एक सीधी लाइन पर आ गया। उसने हत्या के प्लान से लेकर हत्या करने और उसे छिपाने तक के हर राज पर से पर्दा हटा दिया है।


एसआईटी की पूछताछ में जो पुलकित और उसके साथियों ने जो राज उगले हैं वो पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी मैच कर रहें हैं। ऐसे में एसआईटी के लिए राह आसान होती दिख रही है। हालांकि सभी बातों को सबूतों के साथ क्रास चेक किया जा रहा है।


एसआईटी जांच में अब ये लगभग साफ हो चुका है कि पुलकित ने सोची-समझी साजिश के तहत अंकिता की हत्या की थी। 18 सितंबर को अंकिता को नहर में धक्का दिया गया। इसके बाद इसे दुर्घटना दर्शाने के लिए मोबाइल को आधार बनाया था।


फोरेंसिक एक्सपर्ट की जांच बताती है कि उसका मोबाइल अगले दिन दोपहर में बंद हुआ था। वह दूसरे मोबाइल पर व्हॉट्सएप चला रहा था। एसआईटी ने पुलकित के सामने फोरेंसिंक एक्सपर्ट्स को भी बैठाया। ऐसे में पहले पुलकित ने इधर उधर घुमाने की

कोशिश की लेकिन बाद में सच उगल दिया। पुलकित के मुताबिक उसने अंकिता ही हत्या की और मोबाइल लेकर वापस आया। लेकिन दुर्घटना दिखाने के लिए अगले दिन यानी 19 सितंबर को उसने जंगल के रास्ते जाकर मोबाइल नहर में फेंक दिया