भारत सरकार ने गन्ना मूल्य निर्धारण के लिए किसानों की राय को दी तबज्जो , देश भर से चयनित किए बड़े उत्पादक किसान, उत्तराखंड से इन 2 को मिली मिला न्यौता
नई दिल्ली skt.com
भारत सरकार ने वर्ष 2023 24 के लिए गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित करने से पहले देश भर के सबसे बड़े गन्ना उत्पादक किसानों को अपने राय और सुझाव देने के लिए दिल्ली में आमंत्रित किया है कृषि मंत्री की अगुवाई में होने वाली इस बैठक में देश भर के सभी प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों से चयनित किए गए किसानों को मंत्री के साथ होने वाली बैठक में अपने सुझाव रखने का अवसर मिलेगा
भारत में गन्ना काफी मात्रा में उगाया जाता है तथा गन्ने को नगदी फसल के रूप में जाना जाता है पूरे देश भर के सिलेक्टेड किसान केंद्रीय कृषि मंत्री के सामने गन्ने की लागत तथा किसान को मिलने वाले मूल्य को लेकर अपने विचार साझा करेंगे
दिल्ली में आयोजित होने वाली इस बैठक के लिए पूरे देश के गन्ना किसानों का चयन कर उनकी प्रदेश सरकार के द्वारा किया गया है।
उत्तराखंड से सिर्फ दो किसानों को इस बड़ी महत्वपूर्ण बैठक में भागीदारी करने का मौका मिला है प्रदेश के गन्ना आयुक्त हंस दत्त पांडे की ओर से जारी गई सूची के अनुसार हल्द्वानी गन्ना समिति के अध्यक्ष सरदार प्रताप सिंह और रुड़की के बड़े किसानों में से एक सुशील राठी को इस बैठक में प्रतिभा करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा चयन किया गया है।
हल्द्वानी और भाबरी क्षेत्र में सबसे अधिक गन्ना उत्पादन करने वाले किसान के रूप में हल्द्वानी गन्ना समिति के अध्यक्ष सरदार प्रताप सिंह इस बैठक में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगे उन्होंने बैठक में जाने से पहले हमारे प्रतिनिधि को बताया कि भाबरी क्षेत्र में खेती जंगलों के किनारे सटी हुई है तथा यहां पर जंगली जानवरों से काफी नुकसान होता है इस बात को वह गाना और कृषि मंत्री के सामने रखेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि वह मंत्री के सामने ऐसे आंकड़े पेश करेंगे जिसमें गन्ने क के उत्पादन में लगने वाली लागत और गन्ने का मूल्य मिलने के बाद कुल कितना मुनाफा एक किसान को प्रति हेक्टेयर होता है। उन्होंने सारे सारे आंकड़े मंत्री के सामने रखने की बात करते हुए कहा कि उत्तराखंड में गाने का समर्थन मूल्य ₹400 से कम किसी कीमत पर नहीं होना चाहिए इसके अलावा यहां पर जंगली जानवरों से खेती को बचाने के लिए चौकीदारी मैं भी खर्च होता है समर्थन मूल्य 400 से अधिक करने की मांग करेंगे
प्रताप सिंह गन्ना समिति के अध्यक्ष होने के साथ ही हल्द्वानी और बाबरी क्षेत्र के सबसे बड़े गन्ना उत्पादकों में गिने जाते हैं तथा वह कृषि के कई तरह के बीजों को भी किसानों को उपलब्ध कराते हैं ताकि किसानों की आजीविका बढ़ाई जा सके
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