पूर्व सीएम हरीश रावत ने अंकिता हत्याकांड में एसआईटी से पूछा ‘वो वीआईपी कौन?

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उत्तराखंड के बहुचर्चित अंकिता हत्याकांड मामले का ‘वीआईपी‘ कौन था, यह न केवल आम लोगों के लिए बल्कि एसआईटी लिए भी मिस्ट्री बन गया है। एक तरफ जहां इस मामले में पूरे प्रदेश के लोग आक्रोशित हैं, वहीं जांच कर रही एसआईटी उस वीआईपी गेस्ट से आज भी दूर है।


अंकिता हत्याकांड मामले में जांच कर रही एसआईटी को पूर्व सीएम हरीश रावत सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने आज अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि रुअंकिता हत्याकांड में #वह-VIP-कौन ? जिसको खुश करने से इंकार का मूल्य जान देकर अंकिता को चुकाना पड़ा। यह सवाल आज अंकिता के मां-बाप का ही नहीं है, उत्तराखंड के प्रत्येक व्यक्ति का है और देश का भी प्रबुद्ध जनमानस उस नाम को जानना चाहता है!

और सरकार क्या कार्रवाई कर रही है उसको भी जानना चाहता है? मेरे संज्ञान में आया है कि 16 तारीख को वंतरा रिजॉर्ट में एक व्यक्ति आए थे, जो दरमियानी कद के थे जिनके साथ पुलिस स्कॉट भी थी और उनके भी अपने कुछ बाउंसर थे। SIT को यह जानकारी संबंधित लोगों ने दी है। मगर अब भी वह VIP अदृश्य है! कोई तो खोजेगा उस अदृश्य व्यक्तित्व को जिसका उल्लेख VIP के तौर पर अंकिता ने अपने मैसेज में किया है।


एसआईटी का ये है कहना
वहीं अगर गौर किया जाए तो दो महीने का समय बीतने के बाद भी एसआईटी उस वीआइपी का पता नहीं लगा सकी है। इस मामले में जहां एसआईटी ने दावे किए थे कि वन्नतारा रिजॉर्ट में बुलडोजर चलने से पहले ही सभी फॉरेंसिक एविडेंस ले लिए, लेकिन हाईकोर्ट में एसआईटी द्वारा दिये गए पक्ष में एसआईटी ने जवाब दिया कि टीम ने रिजॉर्ट से किसी भी प्रकार के साक्ष्य नहीं लिए गया। वहीं मामले में अब एडीजी लॉ एंड ऑर्डर का कहना है कि जो भी अबेलिवल एविडेंस थे वो ले लिए थे। जबकि आरोपियों पर साक्ष्यों को मिटाने को लेकर भी धाराएं लगाई गई हैं।


अंकिता के माता-पिता ने की सीबीआई जांच की मांग
वहीं इस मामले में कल सुनवाई होनी है। हाईकोर्ट में अंकिता हत्याकांड मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने को लेकर याचिका दायर की गई है। सुनवाई के दौरान पीठ ने अंकिता के माता-पिता को याचिका में पक्षकार बनाते हुए पूछा कि आपको एसआईटी की जांच पर क्यों संदेह हो रहा है? इस पर जवाब शपथ पात्र के द्वारा मांगा गया है। अंकिता की मां सोनी देवी और पिता बीरेंद्र सिंह भंडारी ने अपनी बेटी को न्याय दिलाने के याचिका दायर कर मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।