अवैध शिकार की बात की छुपा रहा वन विभाग क्लच की तार को बताया सोलर फेंसिंग वायर

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इस क्लच की तार म फॅसा था गुलदार

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हलद्वानी एसकेटी डॉट कॉम

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विगत दिवस उदय लाल पुर गांव के सीमावर्ती जंगल की ओर गुलदार के क्लच की तार जिसे कड़ा भी कहते हैं फस जाने के बाद हालांकि वन विभाग में गुलदार का रेस्क्यू कर लिया और उसे सुरक्षित उपचार के लिए रानी बाग स्थित रेस्क्यू सेंटर भेजा भी गया लेकिन यहां एक बात वन विभाग छुपाने का प्रयास करता रहा लेकिन जिस तरह से कलच के तार के वहां से मिलने एवं उसी तार में अवतार के फंसे होने की बात साबित होने पर वन विभाग की कलई खुल कर रही है। वन विभाग जहां अवैध शिकार की बात को नकारते है वही वह इस बार खुले तौर पर सामने आग गई की शिकारियों द्वारा ऐसे जाल भगाए जाते हैं जिनमें जंगली जानवरों को मार्कर उनका अवैध दोहन किया जाता है

विगत दिवस गुलदार के फंसे होने की बात जब आर ओ कोसी तनुजा परिहार सेब जानकारी के तहत पूछी गई तो उन्होंने बताया की सोलर फेंसिंग की तार में यह गुलजार फस गया लेकिन स्थानीय लोगों के द्वारा खींची गई फोटो जो विभिन्न समाचार पत्रों में भी छपी है को देखकर वन विभाग के द्वारा इसको नकारे जाने का खुलासा हो गया।

जंगल के किनारे के कई गांव में इस तरह के कलच के तारों का इस्तेमाल कर कड़ा बनाया जाता है जिसके बाद जंगली जानवरों का इसमें फसना तय होता है। ऐसे मामलों में जंगली जानवरों के अवैध शिकार करने वाले शिकारियों का इन क्षेत्रों में सक्रिय होना माना जाता है जिसे बार-बार वन विभाग ने काटता है लेकिन विगत दिवस की घटना से यह बात खुलकर आ गई की शिकारी सक्रिय हैं और वन विभाग उन पर किसी भी किस्म की कोई कार्यवाही नहीं कर पाता है।