डीएम ने दिखाई सख्ती, अधिकारी हुए सक्रिय ,मासूम को निवाला बनाने वाला गुलदार हुआ पिंजरे में कैद

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राज्य के पिथौरागढ़ जिले में 8 साल की मासूम बच्ची को अपनाने वाला बनाने वाला गुलजार आखिरकार पिंजरे में कैद हुई है जिसकी वजह से मां के क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली बता दें कि जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान की वन विभाग के अफसरों को दी दी गई चेतावनी का असर दिखा। पिथौरागढ नगर के पाटा बजेटी वार्ड में मासूम बच्ची को निवाला बनाने वाला गुलदार वन विभाग ने पकङ लिया है। विभाग द्वारा लगाए गए पिजङे में वह फंस गया। गुलदार के पकङे जाने की सूचना मिलते ही मौके पर भीङ लग गई।

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जिला मुख्यालय के बजेटी में रविवार देर रात मानसी (8) पुत्री पुष्कर राम घर के अंदर थी। इस दौरान बाहर घात लगाए बैठा गुलदार घर के अंदर घुसा और बच्ची को उठा ले गया। भाई ने शोर मचाने पर बजेटी के ग्रामीण एकत्रित हो गए और सर्च लाइट और हथियारों के साथ बच्ची को ढूंढने में जुट गए। देर रात तक मासूम का पता नहीं चल पाया था। सोमवार तङके तीन बजे मासूम मानसी का शव घर के पास ही झाइयों में मिला। इस घटना के बाद लोगों ने हंगामा किया और गुलदार को पकङने की मांग की।गांव के लोगों की मांग पर वन विभाग ने पिजङा लगा दिया। वन विभाग के इस पिजङे में रात में गुलदार फंस गया।मासूम मानसी की मौत को जिलाधिकारी आशीष चौहान ने गंभीरता से लिया। उन्होंने सोमवार देर रात तक वन विभाग , नगर पालिका, कृषि विभाग समेत तमाम विभागों के अफसरों की बैठक ली। डीएम ने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि हरहाल में गुलदार जिंदा चाहिए। कहा कि न तो गुलदार अब किसी का शिकार करें और नहीं गुलदार की हत्या हो। डीएम ने नगर पालिका से बजेटी और पौण आदि नगर पालिका शामिल किए गए क्षेत्र में तत्काल स्ट्रीट लाइट लगाने को कहा। कृषि विभाग के अफसरों को झाङियां और घास काटने के निर्देश दिए। डीएम की सख्ती के देख अफसर सक्रिय हुए और गुलदार पकङ में आ गया।