शेर को बब्बर शेर के जरिए रामनगर से पलायन करने को मजबूर के रहा है कांग्रेस त्रिगुट चैयरमैन ने दे डाली धमकी
रामनगर एसकेटी डॉट कॉम
कांग्रेस की ओर से आज लगभग 60 टिकटों की घोषणा हो सकती है। जानकारी के अनुसार इस लिस्ट में चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल के नाम शामिल बताए जा रहे हैं। हरीश रावत की सीट को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं सूत्र यह बताते हैं कि वह रामनगर की सीट से दावा ठोक सकते हैं।
इसके लिए रामनगर से 4 दावेदारों में से तीन दावेदारों ने पहले ही हरीश रावत के लिए यह सीट खाली रखने एवं उन्हें पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ आए जाने की बात कही थी। कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार इन तीनों नेताओं पूर्व ब्लाक प्रमुख एवं वर्तमान में जेस्ट प्रमुख संजय नेगी पूर्व महासचिव एवं राज्यमंत्री पुष्कर दुर्गापाल और महिला कांग्रेस की फायर ब्रांड नेत्री आशा बिष्ट शामिल है। वही राजनीतिक गलियारों में रामनगर से यह बातें छन कर आ रही हैं कि इस त्रिगुट ने रामनगर मैं उनके के समर्थकों द्वारा शेर कहे जाने वाले रंजीत रावत को रामनगर पलायन करने को मजबूर करने के लिए यह पैंतरा चला गया चला है। निश्चित रूप से तीनों प्रत्याशी टिकट के प्रबल दावेदार हैं लेकिन जिस तरह से रंजीत रावत ने पिछले 5 वर्षों से यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है और कांग्रेस के सारे कार्यक्रमों में संगठन को साथ लेकर जनता के बीच कांग्रेस को जिंदा रखने का भागीरथ प्रयास किया है।
उससे निश्चित रूप से वहां की जनता में एक बात उठ कर आ रही है कि इस बार रणजीत सिंह रावत टिकट के प्रबल दावेदार हैं और निश्चित रूप से जीत के भी दावेदार है। टिकट के ऐलान होने से ऐन पहले उनके प्रबल समर्थक और खाटी कांग्रेस नेता कई कई दफा नगर पालिका के चेयरमैन एंड वर्तमान में भी इस कुर्सी पर जमे हुए मोहम्मद अकरम ने शेरे रामनगर रणजीत सिंह के पक्ष में उतर कर हाईकमान को बैकफुट पर खड़ा कर दिया है। मोहम्मद अकरम का कहना है कि अगर रणजीत सिंह रावत को टिकट नहीं दिया गया तो वह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर 27 जनवरी को अपना नामांकन करेंगे और रामनगर की जनता के सामने समर्थन की अपील करेंगे। अकरम के इस फैसले से निश्चित रूप से कांग्रेस को दो बार सोचना पड़ेगा मुस्लिम मतदाताओं में अच्छी पकड़ होने के साथ रामनगर की जनता मैं एक छत्र राज करने वाले मोहम्मद अकरम ने यह बात काफी सोच विचार करके कहीं है।
रामनगर विधानसभा के राजनीतिक चरित्र को देखा जाए तो इसे आबादी के हिसाब से दो हिस्सों में बांटा जा सकता है जिनमें एक हिस्सा नगर पालिका क्षेत्र का होता है जिसमें काफी बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग निवास करते हैं और दूसरा हिस्सा बाहरी और ग्रामीण क्षेत्र का जहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोग नहीं के बराबर हैं अर्थात यह क्षेत्र हिंदू बाहुल्य है ऐसे में जो भी प्रत्याशी आएगा वह कांग्रेस की जीत के लिए काफी संघर्ष करना पड़ेगा ।नगर पालिका क्षेत्र में मोहम्मद अकरम का काफी जनाधार है बताया जाता है वह दो बार निर्दलीय नगर पालिका पर कब्जा कर चुके हैं। ऐसे में मोहम्मद अकरम का यह बयान कांग्रेस के लिए काफी गंभीर हो सकता है। मोहम्मद अकरम के इस बयान के बाद रामनगर में सर्द मौसम में राजनीति का पारा काफी गर्म हो चुका है रंजीत रावत समर्थकों की ओर से यह चेतावनी भी मानी जा सकती है। हो सकता हैऐसे मे कांग्रेस इसका क्या करेगी यह तो असज शाम टिकट की घोषणा तक पता चल जाएगा।
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