पीएम मोदी के जन्मदिवस का कांग्रेस ने किया विरोध मनाया बेरोजगारी दिवस ,जलेबी और पकोड़े तले

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राज्य में बेरोजगारी का जो आलम है इसके बारे में हर किसी को मालूम है बेरोजगारी के चलते युवा वर्ग कितनी परेशानियों का सामना कर रहा है यह बात किसी से छुपी भी नहीं है वही प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस पर युवा कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में उनका जन्मदिन बेरोजगारी दिवस के रूप में मनाया। कांग्रेस नेताओं ने पकौड़े तलकर प्रधानमंत्री की नीतियों का विरोध किया। साथ ही बेरोजगारी मेला भी लगाया गया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल और प्रभारी देवेंद्र यादव ने भी पकौड़े तले।हल्द्वानी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को यूथ कांग्रेस राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रूप में मना रहा है। हल्द्वानी में भी यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को राष्ट्रीय बेरोजगार दिवस के रूप में मनाते हुए तिकोनिया चौराहे पर पकौड़े तल कर अपना विरोध दर्ज कराया।

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इस दौरान यूथ कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष गुरप्रीत प्रिंस ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता से वादा किया था कि प्रत्येक वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार दिया जाएगा लेकिन लगातार युवा बेरोजगार हो रहा है, तो वहीं सरकार कहती है कि पकौड़ा तलना भी एक प्रकार का रोजगार हैr। यूथ कांग्रेस के महासचिव हिरदेश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को रोजगार देने के बजाय हाईटेक बेरोजगारी दे दी है जिसके चक्रव्यू से युवक बाहर नहीं आ पा रहे हैं । उन्होंने कहा कि युवक कांग्रेस तब तक चैन से नहीं बैठेगा वह प्रधानमंत्री को 2024 में करारी हार के साथ सत्ता से बाहर ना कर दे ।ऐसे में आज यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकोड़ा तलकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस के रुप में मनाया।

दूसरी ओर गदरपुर में पकौड़ी और जलेबियां बनाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर युवा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहनिश चौधरी ने कहा कि जिस तरह से प्रधानमंत्री युवाओं को पकौड़े तलने की सलाह देते हैं और रोजगार बताते हैं। कांग्रेस के नगर अध्यक्ष सिद्धार्थ भुसरी ने कहा कि नाले की गैस से आज हमने पकौड़े और जलेबी बनाई है। जिससे कि साफ संदेश जाए कि रोजगार के लिए पकौड़ा तलना आवश्यक नहीं है। उसके लिए नौकरियों की आवश्यकता है।जो प्रधानमंत्री दो करोड़ नौकरियां देने की बात करते थे। वह पूरी तरह विफल साबित हुई है।