पर्सनल स्टाफ रखना अध्यक्ष का अधिकार-ऋतु खंडूरी
उत्तराखंड विधानसभा ऋतु खंडूरी के पर्सनल स्टाफ रखने के और इसकी सूची इंटरनेट पर वायरल होने के बाद अब खुद ऋतु खंडूरी ने इस मामले में सफाई दी है। ऋतु खंडूरी ने कहा है कि देश में हर विधानसभा अध्यत्र, मुख्यमंत्री और मंत्री को ये अधिकार है कि वो अपना पर्सनल स्टाफ रख सके। ऋतु खंडूरी ने कहा है कि उन्होंने कुछ भी नया नहीं किया और ये पहले से होता आया है।
ऋतु खंडूरी ने कहा है कि उनके जरिए रखा गया स्टाफ सिर्फ वेतन लेता और किसी भी अन्य तरह की सुविधा नहीं लेता है। इसके साथ ही ये स्टाफ तभी तक कार्यरत है जब तक बतौर विधानसभा अध्यक्ष मेरा कार्यकाल जारी है। मेरा कार्यकाल समाप्त होते ही इनकी सेवाएं भी स्वत: समाप्त हो जाएंगी।
ऋतु खंडूरी ने एक वीडियो बयान में अन्य राज्यों के लोगों को अपने स्टाफ में रखने पर भी बयान दिया है। ऋतु खंडूरी ने कहा है कि देश के अन्य राज्यों में उत्तराखंड के लोग कार्य करते हैं और ऐसे में अन्य राज्यों के लोगों को यहां नौकरी देने पर अनावश्यक तूल देना ठीक नहीं है।
आपको बता दें कि कल सोशल मीडिया पर एक सूची वायरल हुई थी जिसमें ऋतु खंडूरी के पर्सनल स्टाफ की सूची दी गई थी। ये सूची वायरल होने के बाद विपक्ष ने उन्हें निशाने पर ले लिया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने भी बयान दिया। करण माहरा ने पूछा कि क्या ऋतु खंडूरी को पूरे राज्य में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं मिला जिसे वो पर्सनल स्टाफ बना सकें।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें