यूपी की तर्ज पर प्रदेश में लागू होगी कंपार्टमेंट परीक्षा दो विषयों में फेल होने छात्रों को पास होने का मिलेगा सुनहरा मौका जानिए पूरी खबर
देहरादून एसकेटी डॉट कॉम
उत्तराखंड उत्तर प्रदेश का छोटा भाई होने के नाते पूर्व में लागू की गई सारी योजनाएं धीरे-धीरे यहां इंप्लीमेंट होती जा रही है बोर्ड परीक्षाओं में दो विषयों में फेल होने के बाद यूपी के समय में कंपार्टमेंट की परीक्षा देने का प्रावधान था जिसे उत्तराखंड में बंद कर दिया गया था.
लेकिन उत्तराखंड सरकार अब इसे पुनः लागू कर फेल होने वाले छात्रों को पास होने का एक सुनहरा मौका देने का विचार कर रही है. शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि इस मामले को कैबिनेट में रखा जाएगा कैबिनेट में पास होने के बाद इसे इसी सत्र में लागू किया जा सकता है.
उत्तराखंड में अभी तक दो विषयों में फेल होने वाले छात्रों को 8 अंक कृपा अंक के तहत मिलते थे अगर इसके बाद भी न्यूनतम प्राप्त नहीं कर पाता है तो उसे फेल कर दिया जाता है जबकि उत्तर प्रदेश में ऐसी व्यवस्था है कृपा अंक के बाद भी अगर कोई बच्चा फेल हो जाता है तो 2 महीने के अंतर्गत उसे कंपार्टमेंट की परीक्षा में बैठने का एक मौका मिलता है अगर वह इस परीक्षा में न्यूनतम अंक प्राप्त कर लेता है तो उसे पास घोषित कर दिया जाता है.
विस्तार से जानकारी यह है कि उत्तराखंड बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा में दो विषयों में फेल छात्र/छात्राओं को पास होने का एक और मौका शिक्षा विभाग देने की तैयारी कर रहा है सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो नए शिक्षा सत्र से ये व्यवस्था लागू हो सकती है यूपी बोर्ड में सप्लीमेंट्री के नाम से पूर्व में ऐसी व्यवस्थाएं रही हैं।
उत्तराखंड बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा में अधिकतम दो विषयों में फेल छात्र-छात्राओं को शिक्षा विभाग पास होने का मौका देगा। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के मुताबिक इसके लिए कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाएगा। अगले शिक्षा सत्र से सरकार इस व्यवस्था को लागू की जा सकती है।उत्तराखंड सरकार कृपांक की सुविधा के बावजूद पास होने से रह जा रहे छात्र/छात्राओं को एक और मौका देने की तैयारी कर रही है। ताकि उनका साल खराब न हो।उत्तराखंड बोर्ड के पिछले कुछ सालों के रिजल्ट का विश्लेषण करने पर ये बात सामने आती है कि कुछ छात्र अधिकांश विषयों में अच्छे अंक प्राप्त कर रहे हैं और एक विषय में कृपांक लायक अंक भी प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं
या बहुत थोड़े अंकों से दो विषयों में पासिंग मार्क्स नहीं ला पा रहे हैं।ऐसे छात्र/छात्राओं को पास होने का एक और मौका देने की तैयारी हो रही है। इसका प्रस्ताव बनाया जा रहा है। कैबिनेट की हरी झंडी मिलते ही इस पर बोर्ड आगे बढ़ेगा। यानि सब कुछ योजना के मुताबिक हुआ तो नए शिक्षा सत्र से ये व्यवस्था बन सकती है ।उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर के मुताबिक बोर्ड परीक्षा में अधिकतम दो विषयों में फेल छात्र-छात्राओं को आठ अंक का ग्रेस दिया जाता है।
यूपी के समय फेल छात्रों के लिए फिर से परीक्षा की व्यवस्था गई थी, लेकिन उत्तराखंड में इस व्यवस्था को बंद कर दिया गया था। अब फिर से इसका प्रस्ताव तैयार किया गया है। अगले शिक्षा सत्र से इस व्यवस्था को लागू किया जा सकता है।
सबसे पहले ख़बरें पाने के लिए -
👉 सच की तोप व्हाट्सएप ग्रुप से जुड़ें