बड़ी खबर-रोडवेज के रूट पर निजी बस के संचालन प्रस्ताव पर भड़के कर्मचारी, कार्य बहिष्कार और धरना-प्रदर्शन की दी चेतावनी

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परिवहन विभाग के 14 रूटों पर निजी बस संचालन के प्रस्ताव का उत्तराखंड परिवहन निगम कर्मचारी मोर्चा विरोध कर रहा है । आज सभी संघटकों की मोर्चा ने बैठक बुलाई और विरोध में 19 अप्रैल को एक दिवसीय कार्य बहिष्कार और धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी।

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प्रदेश में 14 ऐसे रूट है जहां पर पहले केवल रोडवेज बसें संचालित करने का प्रावधान था लेकिन अब वहां पर निजी बसों के संचालन का प्रस्ताव जारी किया है । हल्द्वानी संभाग में हल्द्वानी-रानीखेत, हल्द्वानी-नैनीताल, रानीबाग-भीमताल, हल्द्वानी-सितारगंज-खटीमा-टनकपुर, टनकपुर-लोहाघाट, लोहाघाट-घाट, पिथौरागढ़ -ओगला, मुरादाबाद-रामपुर-किच्छा-हल्द्वानी, रानीखेत-द्वाराहाट रूट शामिल हैं।


देहरादून संभाग में हरिद्वार-ऋषिकेश-लक्ष्मणझूला, देहरादून-मसूरी मार्ग, देहरादून-डोईवाला-रानीपोखरी-ऋषिकेश मार्ग, भगवानपुर-चुड़ियाला-इकबालपुर-झबरेड़ा मार्ग, हरिद्वार-लक्सर मार्ग, झबरेड़ा-मंगलौर मार्ग, मंगलौर-लखनौता मार्ग शामिल हैं। लेकिन रोडवेज कर्मचारी इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं । मोर्चा की बैठक में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया गया है ।


बैठक में कई बातों को लेकर नाराजगी
बैठक में इस बात पर भी विरोध जताया गया कि हाईकोर्ट में यूपी से मिले पैसे का एसेट या कर्मचारियों पर खर्च के अलावा कहीं अन्य न करने का शपथपत्र देने के बावजूद परिवहन निगम ने 47 करोड़ रुपये सरकार को लौटा दिए हैं। इसके साथ ही
बैठक में इस बात का भी विरोध जताया गया कि पूर्व की बैठक में विशेष श्रेणी, संविदा कर्मियों के रिटायरमेंट या अचानक मृत्यु पर दो लाख रुपये का प्रस्ताव अभी तक निगम अपनी बोर्ड बैठक में नहीं लाया। न ही बस उपलब्ध न होने पर ड्यूटी आने वाले ड्राइवर-कंडक्टरों को 200 किलोमीटर देने पर कोई निर्णय लिया गया है। इसलिए सभी कर्मचारियों ने बैठक में तय किया गया कि विरोध स्वरूप 19 अप्रैल को टनकपुर वर्कशॉप, हल्द्वानी बस अड्डा और आईएसबीटी देहरादून में एक दिवसीय कार्य बहिष्कार व धरना प्रदर्शन किया जाएगा। यदि इसके बाद भी निगम नहीं समझा तो आंदोलन किया जाएगा ।