वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी का निधन, लम्बे समय से थी बीमार, सीएम धामी ने जताया शोक

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वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी और राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी (84) का मंगलवार शाम निधन हो गया। बता दें शाम अचानक उनकी तबियत बिगड़ी। जिसके बाद परिजन उन्हें देर शाम मैक्स अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।


बता दें वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी पिछले कुछ सालों से बीमार चल रही थी। परिजनों द्वारा दी जानकारी के मुताबिक पिछले साल जुलाई माह में उन्हें हार्ट संबंधी समस्या के चलते स्टंट डला था।

सीएम धामी ने जताया शोक
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। सीएम धामी ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में सुशीला बलूनी के योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा।

राज्यपाल ने जताया दुख
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने वरिष्ठ उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी व उत्तराखंड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी के निधन पर शोक व्यक्त कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हुए शोक संवेदनाएं व्यक्त की है। राज्यपाल ने कहा है कि संघर्ष की प्रतिमूर्ति स्वर्गीय सुशीला बलूनी के उत्तराखण्ड राज्य के निर्माण में दिए गए योगदान को हमेशा याद रखा जायेगा।

राज्य आंदोलन में रहा था अहम योगदान
सुशीला बलूनी ने अपने सामाजिक और राजनीतिक जीवन में एक बेहतरीन पारी खेली है। एडवोकेट सुशीला बलूनी 1980 के समय से हेमवती नंदन बहुगुणा के पौड़ी गढ़वाल लोक सभा चुनाव में काफी सक्रिय रही। उत्तराखंड राज्य निर्माण में सुशीला बलूनी ने बढ़चढ़ का हिस्सा लिया था।भाजपा सरकार में उन्हें विभिन्न दायित्व भी मिले थे।