साहनी आत्महत्या मामला में सामने आया पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान, बोले ये

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देहरादून के नामी बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी आत्महत्या मामले में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का बयान सामने आया है। पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले की जांच हाईकोर्ट के जज को सौंपने की मांग की है।


त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुसाइड केस मामले को लेकर कहा की इस पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के जज को सौंप देनी चाहिए। तभी मामले की निष्पक्ष जांच हो पाएगी। अगर मामले की सीबीआई जांच होती है और फैसला किसी के अनुकूल नहीं आता है तो कुछ लोग सीबीआई पर भी सवाल उठा सकते हैं।

साहनी आत्महत्या मामला में सामने आया पूर्व CM का बयान
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कुछ लोग गुप्ता बंधुओं का नाम सामने आने के बाद मेरा नाम भी उछाल रहे हैं। जो सही नहीं है। इसलिए मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। ताकि जो भी आरोपित हो उसे सजा मिल सके। गौरतलब है कि जून 2019 में गुप्ता बंधुओं के बेटे की शाही शादी औली में हुई थी। जिसमें बॉलीवुड की जानी मानी हस्तियों के साथ ही तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र रावत भी शामिल हुए थे।

कूड़े के ढेर में तब्दील हो गया था औली
त्रिवेंद्र रावत रावत के अलावा शादी में अजय भट्ट, बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने भी शिरकत कर दूल्हा दुल्हन को आशीर्वाद दिया था। बता दें गुप्ता बंधुओं के बेटे की शाही शादी के बाद औली में कूड़े का अंबार लग गया था। जिसके बाद गुप्ता बंधुओं ने नगर पालिका में 54 हजार रुपये जमा कराए गए थे।

साहनी सुसाइड केस क्या है ? What is Sahni suicide case?
बता दें 24 मई को देहरादून के नामी बिल्डर सतेंद्र सिंह साहनी ने सातवीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। साहनी के पास से मिले सुसाइड नोट में गुप्ता बंधुओं में से एक अजय गुप्ता और उसके बहनोई अनिल गुप्ता का नाम सामने आया था। जिसके बाद पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।

साहनी ने सुसाइड नोट में आरोप लगाए थे कि उन्होंने कांप्लेक्स के निर्माण के लिए अनिल गुप्ता से साझेदारी की थी। लेकिन इस बीच अजय गुप्ता ने दखलअंदाजी करते हुए उन पर पूरा प्रोजेक्ट अपने नाम कराने का दबाव बनाने लगा। बिल्डर साहनी के आत्महत्या के बाद सामने आया की सुसाइड से पहले 16 मई को उन्होंने पुलिस को शिकायती प्रार्थनापत्र दिया था।