#riverviewcasino -सत्ता के उद्गम से नाता है होटल रिवर व्यू के स्वामियों का ! मैनेजर पंकज का फरार होना और विवेचक का बीमार होना इसके खुलासे की कड़ी पर पहली चोट

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Haldwani/nanital skt. com

उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल पर अब धीरे-धीरे नेपाल वाला रंग छाने लगा है ऋषिकेश में मिर्गी के डॉक्टर के रिसोर्ट नीरज में कसीनो , जुआ , शराब शबाब का धंधा पकड़ने की कुछ दिन के बाद ही कुमाऊं के विश्व प्रसिद्ध नैनीताल की वादियों की तलहटी डोलमार में एक साथ टॉप क्लास की बार बालाओ और धन कुबेरों का एक छत के नीचे जुटाना किसी बड़े होटलो के मालिकों के बस से बाहर की बात नहीं होती है!

ढोलमार के रिवर रिवर व्यू होटल में जिस तरह से हरियाणा एवम दिल्ली से आई बार बालाओं और उसी क्षेत्र के रहने वाले धन कुबेरो जो अच्छी खासी पहुंच रखते हो उनके लिए व्यवस्था स्थानीय स्तर के होटल व्यवसायियो के बस की बात नहीं है।

जानकारी मिली है की इस होटल का स्वामित्व लखनऊ में संघ के एक बड़े उच्च पदस्थ व्यक्ति का था जिन्होंने हल्द्वानी के तीन बड़े नेताओं को यह होटल दिया था जिसकी व्यवस्था ऊंचे स्तर से ही की जाती है यहां पर इस तरह का कसीनो और जिओ का कारोबार उत्तराखंड के बाहर के कनेक्शन का जुडा होना दर्शा रहा है।

बताया जा रहा है कि जिस व्यक्ति का स्वामित्व इस होटल पर था उनके साथ इन तीनों नेताओं की कड़ी जुड़ी हुई थी पूर्व में ही अच्छे संघ निष्ट संबंध होने की वजह से इन लोगों के तार आपस में जुड़े हुए रहते हैं।

अब पुलिस के सामने यह कोई बड़ी बात नहीं है कि वह इस मामले का खुलासा कर दे लेकिन सता का दवाब इस मामले में लीपापोती न कर दे। तो कोई आश्चर्य भी नही होना चाहिए।

इसी कड़ी में तीन-चार दिन से अधिक लोगों के वहां रहने और वहां से सिर्फ एक ही व्यक्ति के गायब होने पर भी शक गहरा होता जा रहा है वैसे भी रात्रि में इस मामले का खुलासा हो सकता था लेकिन सत्ता के दबाव में इसे दोपहर के बाद किया गया विपक्षी पार्टी द्वारा इस संबंध में हल्ला करने और पुतला पहुंचने के बाद सत्ता ने पुलिस को आगे कर दिया पुलिस कप्तान ने इस मामले में निष्पक्ष कार्यवाही करने का बयान जारी किया तथा किसी भी तरह की भ्रांतिया न फैलाने का अनुरोध किया था।

यह भी सामने आया कि नेता 15 दिन पहले इस रिजॉर्ट से अपना नाता तोड़ चुका था लेकिन इसके बाद भी सत्ता के उद्गम लखनऊ का इन लोगों के साथ संपर्क बना हुआ था और इसे इस तरह से संचालन करने और अधिक से अधिक मुनाफा कमाने की लालसा ने बाहरी लोगों को यहां पर लाकर लाकर पाश्चात्य सभ्यता का यह ड्रामा देवभूमि में जोर शोर से चलाया जा रहा है।

विवेचक रोहित सिंह सागर के बीमार होने की भी खबर आ रही है बीमारी से ठीक होने के बाद ही वह दोबारा जांच करेंगे तब तक यह जांच ठंडे बस्ती में रह सकती है और धीरे-धीरे यह मामला यहां के लोगों की भूलने की आदत में शुमार हो जाएगा।

ऋषिकेश के बाद फिलहाल नैनीताल की इस मामले की गर्माहट से अभी नैनीताल जिला महसूस कर रहा है नैनीताल के एसपी ने जिस तरह से निष्पक्षता के साथ यहां पर छापेमारी की वह भी काबिले तारीफ है लेकिन इसके निष्पक्षता के साथ ही खुलासा होने पर संदेह के बदले घिरे हुए नजर आ रहे हैं।