राजू निकला कई परिवारों का लापता बेटा, बचपन में परिवार ने किया बेदखल!, अब DNA टेस्ट से होगी पहचान
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक परिवार का सात साल का बेटा खो गया था। जिसका नाम भीम सिंह उर्फ राजू(Raju) था। अब करीब 31 साल बाद एक शख्स ये दावा करता है कि वो परिवार का खोया हुआ बेटा राजू है। परिवार भी इतने सालों बाद बेटे को पाकर खुश हो गए। ये इमोशनल कर देने वाली कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो जाती है। लेकिन मामले की जांच के दौरान ये पता चलता है कि राजू की ये कहानी फर्जी है। इस परिवार से पहले भी वो करीब छह परिवारों का लापता बेटा बन चुका है। बहरूपिया राजू देहरादून के एक परिवार के पास भी उनका खोया हुआ बेटा बनकर गया था। इंटरनेट पर लोग राजू को बहरूपिया कह रहे है।
राजू की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल
हाल ही में उत्तरप्रदेश के गाजियाबाद से एक खबर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई। जिसमें एक परिवार का खोया बेटा करीब 31 साल बाद घर लौटा था। फोटोज और कहानी वायरल होने के बाद देहरादून के एक परिवार ने राजू को अपना बेटा बताया। साथ ही कई और लोगो ने अलग-अलग जगह से पुलिस को राजू के बहरूपिया होने की जानकारी दी। ये सुनकर पुलिस दंग रह गई। राजू की सच्चाई जानने के लिए पुलिस भी इस मामले की जांच में जुट गई।
लापता बेटा बनकर राजू ने किया खिलवाड़
साथ ही पुलिस राजू और बाकी परिवार वालों का DNA टेस्ट कर रही है। जहां-जहां राजू उनका लापता बेटा बनकर गया था। जिससे ये पता लगाया जा सके कि राजू आखिरकार बेटा है किसका? खबरों की माने तो पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राजू द्वारा छह परिवारों को धोखा देने की बात कही जा रही है। सोशल मीडिया पर एक की ओर से ये दावा किया जा रहा है कि जिसे राजू समझ रहे है वो श्रीगंगानगर जिले के सूरतगढ़ का इंद्राज भी हो सकता है। राजू परिवार का लापता बेटा बनकर उनकी भावनाओं के साथ खेलता है। कहा ये भी जा रहा है कि राजू मूल रूप से राजस्थान का रहने वाला है।
बचपन में परिवार ने किया बेदखल?
इसके साथ ही रिपोर्ट्स की माने तो राजू को बचपन में ही परिवार द्वारा बेदखल करने की भी बात कही जा रही है। हालांकि पुलिस ने सोशल मीडिया पर मिली जानकारी पर अभी मुहर नहीं लगाई है। पुलिस की एक टीम राजस्थान भी गई है। राजू की सच्चाई जानने के लिए पुलिस की पड़ताल शुरू हो गई है।
क्यों बदलता रहा परिवार?
कहा जा रहा है कि राजू को परिवार वालों ने बेदखल कर दिया था। जिसके बाद से ही वो अलग-अलग परिवारों का लापता बेटा बनता है। लेकिन जब उसे घर का काम या फिर जिम्मेदार सौंपी जाती है तो वो वहां से भाग जाता था। दो-तीन जगहों पर उसके साथ ऐसा हुआ। जिसके बाद वो वहां से भाग गया।
क्या बहरूपिया है राजू ?
पुलिस की माने तो जल्द ही सबके सामने राजू की पूरी कहानी पेश की जाएगी। जैसा की खबर उत्तराखंड ने आपको इस खबर से पहले भी अपडेट कराया था। जिसमें हमने बताया था कि गाजियाबाद में साहिबाबाद के शहीद नगर में एक परिवार का बच्चा 31 साल पहले सात साल की उम्र में किडनैप हो गया था। वो अपनी बहन के साथ घर वापस लौट रहा था। तभी उसका अपहरण हो गया था। सोशल मीडिया पर स्टोरी वायरल होने के बाद कई लोगों ने राजू से जुड़ी जानकारी शेयर की थी। जिससे पुलिस को राजू की कहानी सुलझाने में मदद मिल सकती है।
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