पेपर लीक मामले में लोक सेवा आयोग की भूमिका पर सवाल, CBI जांच की मांग

Ad
Ad
ख़बर शेयर करें



उत्तराखंड में सरकारी नौकरी में भर्ती धांधली का दीमक युवाओं के लिए उनकी नाराजगी का सबब बना हुआ है। आए दिन पेपर लीक से राज्य के युवा परेशान हैं। उत्तराखंड बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने भर्ती परीक्षाओं को लेकर लोक सेवा आयोग की भूमिका पर कई सवाल खड़े कर सरकार से सीबीआई जॉच की मांग की।


गौरतलब है कि धामी सरकार ने 2021- 22 में हुई AE /JE परीक्षा की शुरुआती जांच कराई और इसके बाद सीएम के निर्देश पर 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इस भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में आयोग के ही एक कर्मचारी की मिलीभगत सामने आई। यही नहीं एक बीजेपी नेता का नाम भी सामने आया है। बॉबी पंवार के आरोप है कि लोक सेवा आयोग इन धांधलियों को दबा रहा है।


नकल माफिया को बचाने का आरोप
संघ के अध्यक्ष बॉबी ने कहा कि पटवारी परीक्षा में 380 प्रश्नों का प्रश्न बैंक बाहर था, न तो आम अभ्यर्थियों को यह पता है कि वे कौन से प्रश्न थे और न ही आयोग ने अभी तक इन प्रश्नों को पब्लिक डोमेन में रखा है, जिससे यह संशय की स्थिति बनी है कि 100 से अधिक छात्र जिन्होंने पेपर पढ़ा था। वह भी दोबारा इस परीक्षा को देंगे और यह पूरी संभावना है कि इन लोगों का पैसा बचाने और अन्य परीक्षा माफियाओं को बचाने के लिए यह कोशिश की जा रही है।


नकल माफिया के तार आयोग से जुड़े हैं- बॉबी
पंवार ने कहा पुलिस सिपाही भर्ती में भी गड़बड़ियों की जानकारियां और कुछ साक्ष्य सामने आए हैं। इस कारण धांधली में शामिल नकल माफिया के तार आयोग और पुलिस के बड़े अधिकारियों के साथ ही सरकार में बैठे लोगों से जुड़े सकते हैं। पंवार का आरोप है कि पटवारी लेखपाल भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हुए आरोपी संजीव कुमार चतुर्वेदी और राजपाल सिंह भर्ती के दौरान हरिद्वार के दर्जनों गांवों और क्षेत्रों के अभ्यर्थियों के साथ संपर्क में थे। इसके अलावा परीक्षा होने के बाद भी नंबरों को बढ़ाकर सेलेक्शन का दावा कर रहे नकल माफिया की कॉल रिकॉर्डिंग भी सामने आई है।