#punjab govrrmentपंजाब सरकार पर लटकी बर्खास्तगी की तलवार राज्यपाल ने दी है यह धमकी

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चंडीगढ़ skt.com

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आम आदमी पार्टी से पंजाब भी छीन सकता है यहां पर सरकार को अपदस्थ कर राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है । इस बात के संकेत राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने दिए उन्होंने कहा कि राज सरकार संवैधानिक दायित्व का पालन नहीं कर पा रही है तथा उनके द्वारा 15 अगस्त को सरकार से मांगे के कुछ सवालों पर सरकार ने अभी 10 दिन गुजारने के बाद भी कोई निर्णय नहीं लिया है जिससे लगता है कि सरकार अपने संवैधानिक दायित्व को पूरा करने की ओर कोई रुचि नहीं दिख रही है इस संबंध में राज्यपाल ने सवालों के जवाब नहीं देने पर मुख्यमंत्री भगवंत मन को चेतावनी दी है कि वह अपने इस संवैधानिक दायित्व के तहत अंतिम निर्णय लेने जा रहे हैं ।

पुरोहित ने अपने पत्र में कहा कि यह मानने का कारण है कि राज्य में संवैधानिक तंत्र विफल हो गया है. चार पन्ने के इस पत्र में उन्होंने कहा, ‘इससे पहले कि मैं संवैधानिक तंत्र की विफलता के बारे में अनुच्छेद 356 [राज्य में संवैधानिक मशीनरी की विफलता के मामले में प्रावधान] के तहत भारत के राष्ट्रपति को एक रिपोर्ट भेजने के संबंध में अंतिम निर्ण लेने जा रहा हूं और धारा 124 (आईपीसी के किसी भी वैध शक्ति के प्रयोग को मजबूर करने या प्रतिबंधित करने के इरादे से राज्यपाल पर हमला करना) के तहत आपराधिक कार्यवाही शुरू करने के बारे में निर्णय लूं. मैं आपसे ऊपर उल्लिखित मेरे पत्रों के तहत मांगी गई अपेक्षित जानकारी, साथ ही राज्य में ड्रग्स की समस्या के संबंध में आपके द्वारा उठाए गए कदमों की भी जानकारी भेजने के लिए कह रहा हूं. ऐसा न होने पर मेरे पास कानून और संविधान के अनुसार कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा.’

राज्यपाल ने पत्र में राज्य सरकार से पंजाब में ड्रग्स की बड़े पैमाने पर उपलब्धता और दुरुपयोग के संबंध में की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट भी मांगी है.

राज्यपाल की धमकी पर आम आदमी पार्टी पंजाब के प्रवक्ता मलविंदर सिंह कांग ने कहा है कि ‘राज्यपाल भाजपा प्रवक्ता की तरह काम कर रहे हैं और गैर-भाजपा राज्य सरकार को परेशान करने के अपने एजेंडा को आगे बढ़ा रहे हैं.’

कांग ने कहा कि पुरोहित का पत्र देश के लोकतांत्रिक और संवैधानिक सिद्धांतों के खिलाफ है. उन्होंने जोड़ा, ‘राज्यपाल को मर्यादा बनाए रखनी चाहिए और लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार को राष्ट्रपति शासन की धमकी नहीं देनी चाहिए. यदि वे राष्ट्रपति शासन लगाना चाहते हैं, तो उन्हें मणिपुर और हरियाणा में ऐसा करना चाहिए.’
राज्यपाल की चिट्ठी का जवाब सीएम भगवंत मान ने चंडीगढ़ में एक प्रेस वार्ता करते हुए दिया. उन्होंने कहा, ‘पंजाबियों के सब्र का इम्तिहान लेने की कोशिश न करें. राज्यपाल जानबूझकर पंजाबियों को यह कहकर डरा रहे हैं कि वह राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करेंगे. वह पंजाब के लोगों द्वारा दिए गए जनादेश का मजाक उड़ाने की कोशिश कर रहे हैं.’

पुरोहित की राष्ट्रपति शासन की धमकी को पंजाब के 3.5 करोड़ लोगों का अपमान बताते हुए मान ने कहा कि इसने ‘उन शांतिपूर्ण और मेहनती पंजाबियों के मन को ठेस पहुंचाई है, जिन्होंने देश को खाद्यान्न उत्पादन में सरप्लस बनाने के अलावा देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए अभूतपूर्व बलिदान दिया है.’