पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप, 5 दिसंबर को करेंगे सीएम आवास कूच

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प्रदेश की जिला पंचायतों में जिला पंचायत अध्यक्ष को प्रशासक नियुक्त करने से निवर्तमान ग्राम प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों में आक्रोश है। पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार पर उनके साथ भेदभाव के गंभीर आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों ने मांगे पूरी ना होने पर पांच दिसंबर को सीएम आवास कूच का ऐलान किया है।

पंचायत प्रतिनिधियों ने सरकार पर लगाया भेदभाव का आरोप

सोमवार को लोहाघाट में ग्राम प्रधान संगठन प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता अधिकारी व प्रदेश प्रभारी प्रकाश मेहरा के नेतृत्व में निवृत्तमान ग्राम प्रधानों ने एसडीएम लोहाघाट रिंकू बिष्ट के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर उन्हें प्रशासक नियुक्त करने की मांग की है। प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता अधिकारी व संयोजक प्रकाश महरा ने बताया ग्राम प्रधान लंबे समय से कार्यकाल बढ़ाने की मांग कर रहे थे पर सरकार ने उनकी सुध नहीं ली।

5 दिसंबर को सीएम आवास कूच का ऐलान

भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश में एक पंचायत दो विधान की प्रथा लागू कर बेहद निंदनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा सरकार ने जिला पंचायत में जिला पंचायत अध्यक्ष को प्रशासक नियुक्त कर ग्राम प्रधानों व क्षेत्र पंचायत सदस्यों के साथ सौतेला व्यवहार किया है। पंचायत प्रतिनिधियों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो 5 दिसंबर को प्रदेश के समस्त पंचायत प्रतिनिधि मुख्यमंत्री आवास कूच करेंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

सीएम धामी को भेजा ज्ञापन

चंपावत जिले के बाराकोट ब्लॉक में भी पंचायत प्रतिनिधियों में काफी आक्रोश नजर आया। पंचायत प्रतिनिधियों ने जिला पंचायत अध्यक्षों की तर्ज पर ब्लॉक प्रमुख और ग्राम प्रधानों को भी प्रशासक नियुक्त किए जाने की मांग को लेकर ब्लॉक मुख्यालय में जोरदार नारेबाजी की। इसके साथ ही खंड विकास अधिकारी रमेश चंद्र जोशी के माध्यम से त्रिस्तरीय पंचायत संगठन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज अपना विरोध जताया।