Online shopping या Fraud? 60 करोड़ का फ्रॉड, 943 बैंक खाते और 104 सिम कार्ड… साइबर क्राइम ने किया बड़े इंटरनेशल गिरोह का पर्दाफाश



मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-2 ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने पूरे देश में लोगों को ठगकर करोड़ों रुपये कमाए। यह गिरोह भोले-भाले लोगों को फंसाने के लिए अलग-अलग बैंक…
मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट-2 ने साइबर अपराधियों के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे अंतरराष्ट्रीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जिसने पूरे देश में लोगों को ठगकर करोड़ों रुपये कमाए। यह गिरोह भोले-भाले लोगों को फंसाने के लिए अलग-अलग बैंक खातों और मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करता था। इस मामले में अब तक 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
ऐसे चलता था धोखाधड़ी का खेल
पुलिस को यह सफलता तब मिली जब उन्होंने साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज शिकायतों की जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि यह गिरोह ‘डिजिटल अरेस्ट’ (लोगों को ऑनलाइन डराकर पैसे वसूलना), फर्जी ऑनलाइन शॉपिंग और अवैध शेयर ट्रेडिंग जैसे तरीकों से लोगों को ठगता था। पुलिस के अनुसार इस गिरोह ने कुल 943 बैंक खाते खुलवाए थे, जिनमें से 181 मुंबई में धोखाधड़ी के लिए सक्रिय रूप से इस्तेमाल हो रहे थे।
पुलिस को मिले अहम सबूत
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने कई अहम चीजें बरामद की हैं, जो उनके अपराध को साबित करती हैं। इनमें दो लैपटॉप, 25 मोबाइल फोन, 25 पासबुक, 30 चेकबुक, 46 एटीएम कार्ड और 104 सिम कार्ड शामिल हैं। अब तक की जांच में यह सामने आया है कि इस गिरोह ने कुल 60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। पुलिस फिलहाल गिरोह के बाकी सदस्यों और उनके नेटवर्क की तलाश कर रही है।

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