एक तिहाई विधानसभा क्षेत्रों में नए चेहरो को मिलेगा मौका मिशन 2022 के लिए भाजपा की नई रणनीति

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हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम

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भारतीय जनता पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर किए जा रहे चुनावी सर्वे को लेकर अब मंथन में जुट गई है। पार्टी को मिले अब तक मील 3 सर्वे रिपोर्ट के अनुसार लगभग एक तिहाई विधायकों की परफॉर्मेंस कमजोर होने के चलते आगामी 22 के मिशन इन्हें टिकट के मामले में टा टा कर सकती है ।

विभिन्न एजेंसियों द्वारा सर्वे के अनुसार पार्टी को बढ़ते पेट्रोल और डीजल की महंगाई के कारण नुकसान होता दिख रहा है। जिससे एंटी इनकंबेंसी फैक्टर को निष्प्रभावी करने के लिए पार्टी के रणनीतिकार मंथन में जुड़ चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी के नमो ऐप के जरिए किए गए सर्वे के अनुसार पर्वतीय क्षेत्र के अलावा तराई एवं हरिद्वार के जिलों में कई विधायकों के खिलाफ जनता में नाराजगी देखी गई है। पार्टी के की रणनीतिकारो में से एक बीएल संतोष ने कई विधायकों को इस बारे में आगाह कर दिया है इसके अलावा क्षेत्र में रहकर लोगों की समस्याओं को सुनकर सरकार के माध्यम से हल करने का निर्देश दिया है।

एक निजी सर्वे के अनुसार करीब एक तिहाई यानी कि 20 से अधिक विधायकों के खिलाफ उनकी कार्यशैली से जनता ने नाराजगी दिखाई है । इनमें से अधिकांश पर्वतीय क्षेत्र के सिटिंग विधायक हैं टिकट बंटवारे के दौरान इन सभी सर्वे ध्यान में रखकर निर्णय लिए जाएंगे । वर्ष 2017 में भाजपा मोदी लहर पर सवार होकर 70 में से 57 सीटें जीतकर अप्रत्याशित रूप से प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई थी जिसका अनुमान स्वयं भाजपा के रणनीतिकारों को भी नहीं था उस समय उस समय एक चैनल के सर्वे के अलावा सभी चैनलों के सर्वे ने बराबर की टक्कर दिखाई थी । जिससे यह माना जा रहा था कि यह सब मोदी के नाम तथा साफ-सुथरी छवि के कारण हुआ था लोगों ने यह उम्मीद की थी कि देश एवं प्रदेश में एक ही दल की सरकार होने के कारण प्रदेश को प्रदेश को मजबूत वित्तीय स्थिति में लाया जाएगा लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं जनता को लगा था कि प्रदेश में बंपर रोजगार एवं नौकरियां मिलेंगी लेकिन 5 साल के बाद भी ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला जिस से एंटी इनकंबेंसी फैक्टर ज्यादा प्रभावी दिख रहा है।

पार्टी की वरिष्ठ रणनीतिकार भी मानते हैं कि पेट्रोल डीजल की महंगाई से आमजन में आक्रोश है जिस से पार्टी को नुकसान हो सकता है इस नुकसान की भरपाई के लिए क्या जरूरी कदम हो सकते हैं वह सभी आजमाए जा रहे हैं । सरकार की ओर से ताबड़तोड़ भर्तियों की विज्ञप्ति या निकाली जा रही है इसके अलावा होटल होमस्टे तथा पर्यटन सुविधाओं वाले होटलों के कर्मचारियों के खाते में नकद धनराशि डालने का भी निर्णय लिया गया है जिस पर अमल भी हो रहा है ।

उच्च सूत्रों की जानकारी के अनुसार पार्टी अधिक से अधिक युवा चेहरों को जनता के सामने लाना चाहती है ताकि सिटिंग विधायक के खिलाफ जनता का आक्रोश कम हो सके और बड़े अंतर से हारती सीटों को कम अंतर से तथा कम अंतर से हारने वाली सीटों को बचाया जा सके। पार्टी के रणनीतिकार यह रणनीति बना रहे हैं कि सिटिंग विधायक हो अथवा नया चेहरा जीतने की क्षमता का आकलन करने के बाद ही उसे टिकट दिया जाएगा। किसी भी तरह का आकलन इन टिकटों के बंटवारे मैं महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।