नीट पेपर लीक-जांच एजेंसी इओयू को मास्टरमाइंड के घर से मिली डायरी अब खुलेंगे गहरे राज

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पटना Skt.com

पूरे देश भर में लोकतंत्र पर लीक तंत्र हावी हो गया है ऐसे ऐसे धन कुबेर इस तंत्र में हावी होकर आम और साधारण व्यक्ति के बच्चों के हकों पर कुंडली मारकर बैठे है राज्य सरकार छोड़ो केंद्र सरकार की इस परीक्षा में जिस तरह से मिलीभगत से लीक तंत्र हावी रहा और बड़ी बड़ी हसरतें पाले करोडों बच्चों के सपनों पर पानी फेर दिया

नीट यूजी पेपर लीक में लगातार गिरफ्तारियां होती जा रही हैं और इसके साथ ही कई बड़े खुलासे भी हो रहे हैं. इसी कड़ी में झारखंड के देवघर से गिरफ्तार आरोपी चिंटू से बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओयू) ने पूछताछ की, जिसमें कई बड़ी जानकारियां सामने आई हैं. इस दौरान ईओयू को एक डायरी भी मिली है. चिंटू ने पूछताछ के दौरान EOU को बताया कि हल किया हुआ प्रश्न पत्र उसे रॉकी ने व्हाट्सएप पर भेजा था. आरोपी रॉकी रांची में रहकर रेस्टोरेंट चलाता था, उसकी तलाश में कई स्थानों पर EOU ने छापेमारी की है. आरोपी चिंटू इस पूरे मामले का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की भांजी का पति है. चिंटू ने ही संजीव के गैंग को प्रश्न पत्र दिया था.

डायरी से खुलेगा राज?
ईओयू ने देवीपुर थाना क्षेत्र में झुन्नू सिंह के घर से चिंटू समेत अन्य पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. झुन्नू के घर की तलाशी के दौरान ईओयू को एक डायरी मिली है. इस डायरी में चिंटू समेत अन्य लोगों का हिसाब-किताब लिखा हुआ है. इस डायरी में अभ्यर्थियों के नाम, परीक्षा के नाम और कितनी राशि में सेटिंग कराई गई ये सभी बातें लिखी हुई हैं. डायरी में मिली जानकारी के आधार पर भी जांच एजेंसी कई तथ्यों को खंगालने में जुटी हुई है. डायरी में नीट पेपर लीक के प्रश्न पत्र का उत्तर देकर सेटिंग कराने का रेट 30 लाख से 55 लाख तक लिखा है.

चिंटू ने बताई पूरी कहानी
चिंटू ने बताया कि पटना के खेमनी चक स्थित लर्ड एंड प्ले स्कूल में करीब 35 छात्रों को प्रश्न पत्र और उत्तर रटवाने के लिए यहीं वाई-फाई प्रिंटर की मदद से 10 से 12 कॉपी का प्रिंट मारा था. रॉकी के माध्यम से सबसे पहले बायोलॉजी का प्रश्न-पत्र एवं उत्तर आया था. इसके बाद फिजिक्स और अंत में केमेस्ट्री का आया था. इस मामले का मुख्य मास्टर माइंड अतुल वत्स और अंशुल सिंह समेत अन्य के सीधे संपर्क में रॉकी ही है. उसकी ही जिम्मेदारी चिंटू के माध्यम से बिहार में प्रश्न पत्र सप्लाई कराने की थी.

चिंटू से हो रही है पूछताछ
हैंडराइटिंग काफी खराब होने और जैसे-तैसे लिखे होने के कारण पूरी तरह से समझ पाने में EOU को काफी समस्या हुई. अब ईओयू डायरी से मिली जानकारी के आधार पर भी चिंटू समेत अन्य से पूछताछ चल रही है. झुन्नू की इस मामले में कितनी संलिप्तता है, इसकी जांच अभी होना बाकी है. बता दें कि मामला सामने आने के बाद करीब 30 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जिसमें प्रश्न पत्र लीक कराने वाले, आंसर मुहैया कराने वाले, अभ्यर्थियों को लाने वाले, मकान दिलाने वाले सभी लोग शामिल हैं.