कुमाऊं में आपदा से लोगों को बचाने के लिए प्रशासन अलर्ट, चार जिलों में NDRF तैनात

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प्रदेश में भारी बारिश के बाद कई इलाकों में आपदा की स्थिति बनी हुई है। कहीं भू-स्कलन के कारण सड़कें बंद हैं तो कहीं बाढ़ के कारण आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त है। इसी बीच कुमाऊं मंडल में आपदा से लोगों को बचाने के लिए तैयारी पूरी है।

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कुमाऊं में लोगों को आपदा से सुरक्षित बचाने के लिए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इसी के चलते कुमाऊं मंडल के सभी जिलों में में 519 प्रशिक्षित आपदा कर्मियों की तैनाती की गई है।

बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल और यूएसनगर में एनडीआरएफ की तैनाती की गई है। बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़ जिले में 107 एनडीआरएफ कर्मियों को तैनात किया गया है।

सभी जिलों में तैनात रहेंगे एसडीआरएफ के 13 दल
आपदाकाल में कुमाऊं के लोगों की सुरक्षा के लिए बागेश्वर के केदारीबगड़ में 45, मुनस्यारी में 29, नैनीताल के भवाली में 23, पिथौरागढ़ के धारचूला में 20 सदस्यीय एनडीआरएफ दल की तैनाती की गई है। बता दें कि कुमाऊं मंडल के सभी जिलों एसडीआरएफ के 13 दल राहत एवं बचाव में जुटे रहेंगे।

इन जिलों में इतने आपदाकर्मी रहेंगे तैनात
नैनीताल, टनकपुर और उधमसिंहनगर में एसडीआरएफ (तैराकी) की दो-दो, अल्मोड़ा के सरियापानी, पिथौरागढ़ पुलिस लाइन में दो-दो टीम तैनात की गई है।

इसके साथ ही पिथौरागढ़ के अस्कोट, बागेश्वर के कपकोट, चंपावत के पुलिस लाइन में एक-एक सब टीम तैनात की गई हैं। अल्मोड़ा में 81, उधमसिंह नगर में 207, नैनीताल में 112, बागेश्वर में 26 और पिथौरागढ़ में 54 प्रशिक्षित आपदा कर्मी तैनात किए गए हैं।