दुग्ध क्षेत्र में क्रांति एवं डेयरी विकास के लिए मंत्री बहुगुणा ने किया 7 करोड़ का शिलान्यास

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डेयरी फेडरेशन के प्रशासक एवं नैनीताल दुग्ध संघ के अध्यक्ष बड़ा ने जताया मंत्री एवं सरकार का आभार

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डेरी निदेशालय भूमि पूजन सहित 7 करोड़ की योजनाओं का किया शिलान्यास
लालकुआं skt.com।

प्रदेश के युवा एवं दुग्ध तथा पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने दुग्ध क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए लगातार कई कीर्तिमान स्थापित कर दिए हैं जहां पशुपालकों के लिए भूसे में पूरी छूट देने के साथ ही अब उन्होंने देरी निदेशालय और दुग्ध के क्षेत्र में आविष्कार करने वाली देरी प्रयोगशाला एवं विकास कंपोनेंट भवन का शिलान्यास कर प्रदेश के दुग्ध उत्पादकों में खुशी की लहर पैदा कर दी है

लम्बे समय से प्रतीक्षरित डेरी निदेशालय भवन का आज 16 सितम्बर 2023 को राज्य योजना अंतर्गत 4 करोड़ 99 लाख 77 हजार की धनराशि लागत से डेरी निदेशालय भवन का भूमि पूजन व इसक्षके साथ ही राष्ट्रीय डेयरी विकास कंपोनेट प्लेन अंतर्गत 2 करोड़ लागत का केन्द्रीय डेरी प्रयोगशाला भवन शिलान्यास दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा किया गया ।


प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय तीन पानी के समीप 5 करोड़ की लागत से बनने जा रहे डेरी निदेशालय भवन हेतु चयनित भूमि पर लंबे समय से भवन बनने का कवायद चल रही थी। जिस भवन का आज दुग्ध विकास मंत्री उत्तराखंड सरकार सौरभ बहुगुणा द्वारा भूमि पूजन कर नींव रखी गई। इसके साथ ही दुग्ध विकास मंत्री द्वारा पूरे प्रदेश में दुग्ध उपभोक्ताओं को गुणवत्ता युक्त दूध व दुग्ध उत्पाद उपलब्ध हो सके आधुनिक प्रयोगशाला स्थापना हेतु शिलान्यास किया गया। उक्त शिलान्यास अवसर पर दुग्ध मंत्री सौरभ बहुगुणा ने डेरी निदेशालय व केन्द्रीय प्रयोगशाला के इस शिलान्यास को एक ग्रीन पोजेक्ट बताते हुए कहा कि इससे उत्तराखण्ड में दुग्ध व्यवसाय ग्रामीण अर्थव्यवस्था में एक शस्क्त माध्यम बनकर उभरेगा। उन्होने कहा कि आंचल ब्रान्ड की शुद्धता ही उसकी ताकत है और आंचल का शुद्धता के क्षेत्र में किस अन्य ब्रान्डो से कोई मुकाबला है नही ।

उन्होने आहवान कर कहा कि आंचल ब्रान्ड को प्रदेष का हर नागरिक अपने स्तर से प्रमोट करे । इस दौरान दुग्ध मंत्री ने दुग्ध उत्पादको की मांग पर समस्त पशु से सम्बन्धित आंचल फीड दरो में अनुदान को घटाकर दरे निर्धारण किये जाने की घोषणा की जिससे दुग्ध उत्पादको को अब न्यून दरो पर आंचल पशु फीड जैेसे-भूसा, पशुआहार, साइलेज व मिनरल मिक्सर प्राप्त हो सकेगे ।

उन्होंने यह भी कहा कि लालकुआं में आधूनिक डेरी प्लांट पर दुग्ध मंत्री ने कहा कि 80 करोड का प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को धनराशि स्वीकृति हेतु प्रेषित किया गया है । जिसकी अनुमति मिलते ही जल्द ही कार्य शुरू कर दिया जायेगा । दुग्ध मंत्री सौरभ बहुगुणा ने निराश्रित पशुओं के देखभाल हेतु प्रत्येक नागरिक से सहयोग की अपील की ।
इस दौरान शिलान्यास कार्यक्रम सम्बोधन पर प्रशासक उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन एवं अध्यक्ष नैनीताल दुग्ध संघ मुकेश बोरा ने कहा कि लगभग 25 बीघा भूमि पर बन रहे डेरी निदेशालय भवन व केन्द्रीय लैब का निर्माण हेतु दुग्ध मंत्री सौरभ बहुगुणा जी का ही अथक प्रयास का परिणाम है कि यह योजना आज धरातल पर आ पायी है।

उन्होने कार्यक्रम के माध्यम से पूरे प्रदेश के दुग्ध उत्पादको ऐव उपभोक्ताओं की ओर से दुग्ध मंत्री का आभार व्यक्त किया। इस दौरान श्री बोरा ने दुग्ध मंत्री का दुग्ध आंचल पशु फीड में पूर्ण अनुदान, दुग्ध उर्पाजन बढोत्तरी हेतु पर्वतीय क्षेत्र में 1 रू0 व मैदानी क्षेत्र में 50 पैसा प्रतिलीटर सचिव प्रोत्साहन किये जाने, लालकुआं आधुनिक डेरी प्लांन्ट का विस्तारीकरण सहित कार्मिको की समस्याओं की मांगे दुग्ध मंत्री के सम्मुख रखी ।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि बेला तोलिया, दुग्ध संघ अध्यक्ष उधमसिहनगर तिलक राजगंभीर, अध्यक्ष दुग्ध संघ हरिद्वार रणवीर सिह, निदेशक निबंधक निबंध डेयरी विकास संजय कुमार, प्रबंध निदेशक सहकारी डेयरी फेडरेशन जयदीप अरोड़ा, उपनिदेशक डेयरी विकास संजय उपाध्याय, उपनिदेशक डीपी सिंह, सामान्य प्रबंधक यूसीडीएफ डॉ मोहन चंद, उपसामान्य प्रबंधक आर एम तिवारी, सहायक निदेशक डेरी विकास एवं सामान्य प्रबंधक नैनीताल दुग्ध संघ निर्भय नारायण सिंह, सहायक निदेशक डेरी विकास राजेंद्र चैहान, प्रभारी वित्त उमेश पढालनी, प्रभारी प्रशिक्षण केन्द्र डा कमुार अजीत, प्रभारी पी.एण्ड आई मोहन जोषी, प्रभारी एम.आईएस. पी.एस. खत्री समेत समस्त अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रधान प्रबन्धक अल्मोडा दुग्ध संघ राजेन मेहता व विपणन प्रभारी संजय भाुकनी द्वारा किया गया । इस दौरान दर्जन भर दुग्ध उत्पादको को दुग्ध मंत्री सौरभ बहुगुणा द्वारा उनके पशु की हई आक्समिक हानि व आर्थिक रूप से कमजोर दुग्ध उत्पादक को उनके परिजनो के गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो जाने के कारण ईलाज हेतु दुग्ध उत्पादक कल्याण कोष से आर्थिक सहायता के चैक वितरण किये गये ।