खनन व्यवसायियों का अल्टीमेटम-भाड़ा नही बढ़ाया तो पीएम के कार्यक्रम का करेंगे विरोध, स्थानीय विद्यायक कर रहे हैं अनदेखी (देखें वीडियो क्या कहा आंदोलनकारी व्यवसाइयों ने)
मोटाहल्दू लालकुआ एसकेटी डॉटकॉम
लाल कुआं की मोटा हल्दु में खनन व्यवसायियों ने महापंचायत के बाद अब क्रमिक अनशन शुरू कर दिया है। खनन व्यवसायियों का कहना है कि भाड़ा बढ़ाए जाने एवं रॉयल्टी का एक ही मानक रखने की मांग पर अगर सरकार ने जल्द ही उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तोआंदोलनकारी व्यवसाई जहां अपने वाहनों को सरेंडर कर देंगे वहीं आगामी 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री के हल्द्वानी कार्यक्रम का विरोध करेंगे।
मोटहल्दु बरेली रोड पर अनशन शुरू कर रहे खनन व्यवसायियों ने आज अपनी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की उनका कहना है कि जिलाधकारी तथा उप जिला अधिकारी समेत सभी अधिकारियों को क्रेशर संचालकों के सामने अपना खर्चा बता दिया है जिसके बावजूद न तो प्रशासन और नहीं क्रेशर संचालक उनकी मांगो पर कोई तवज्जो नहीं दे रहे हैं जिससे खनन कार्य में लगे खनन व्यवसाय ट्रक ड्राइवर एवं मजदूर की रोजी-रोटी खतरे में पड़ गई है।
मोटहल्दु में क्रमिक अनशन में बैठे प्रवीण दानू ,रमेश जोशी समेत सभी पांचों अनशन कारियों ने कहा कि समस्त खनन व्यवसाई अपनी न्यायोचित मांगों के लिए अनशन करने को मजबूर हुए हैं जबकि प्रशासन और क्रेशर संचालक अच्छी तरह जानते हैं कि जो उनके द्वारा रेट खोले गए हैं उससे अधिक उनका खर्चा प्रति कुंटल लग रहा है तो ऐसे में खनन व्यवसाई कैसे अपनी रोजी-रोटी चला पाएंगे।
इस मौके पर बलवीर सिंह रावत तथा एनके कपिल ने भी खनन व्यवसायियों की मांगों को उचित बताते हुए कहा कि सरकार सरकार और क्रशर संचालक खनन व्यवसायियों के पेट पर लात मार रहे हैं वैसे ही 3 महीने से अधिक का समय गुजर चुका है सभी खनन व्यवसाई अपने वाहनों का टैक्स फिटनेस करा कर हजारों रुपए खर्च कर चुके हैं ऐसे में जब खनन सत्र में उनकी कमाई नहीं होगी तो वह कैसे अपनी गाड़ियों की किस्ते भरगे और कैसे अपने बच्चों की पढ़ाई तथा जीविका उपार्जन कर पाएंगे कुछ खनन व्यवसाई आक्रोशित भी हुए उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह से उन्हें दबाया गया तो आत्मदाह के अलावा उनके पास कोई भी चारा नहीं बचेगा।
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