Lok Sabha Election 2024 : कांग्रेस ने तीन सीटों पर मैदान में उतारे प्रत्याशी, क्या दे पाएंगे भाजपा को टक्कर ?

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लोकसभा चुनाव के लिए अब मैदान सजने लगा है। उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से तीन लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी पहले ही प्रत्याशियों की नाम की घोषणा कर चुकी है। हालांकि भाजपा के तीन सीटों पर प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही सियासी गलियारों में कांग्रेस प्रत्याशियों के नाम को लेकर आम से लेकर खास तक की नज़रें टिकी हुई थी। लेकिन अब मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने भी तीन लोकसभा सीटों पर अपने पत्ते खोल दिए हैं। हांलाकि दोनों ही पार्टियों ने अभी दो लोकसभा सीटों पर सस्पेंस बरकरार रखा हुआ है।

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लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने मंगलवार को उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी की। जिसमें उत्तराखंड की पांच लोकसभा सीटों में से तीन लोकसभा सीटों पर भी कांग्रेस ने प्रत्याशी उतार दिए हैं। बता दें कि कांग्रेस ने पौड़ी गढ़वाल सीट से कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गणेश गोदियाल को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं अल्मोड़ा सीट से प्रदीप टम्टा और टिहरी लोकसभा सीट से जोत सिंह गुनसोला पर पार्टी ने विश्वास जताया है।

पार्टी ने स्वच्छ छवि के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा
तीन लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा के बाद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। करन माहरा ने कहा कि जिन प्रत्याशी हमने मैदान में उतारा हैं उनको किसी उम्मीद से ही उतारा गया है। उन्होंने कहा हमें इस बात की खुशी है कि कांग्रेस पार्टी ने स्वच्छ छवि के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है। इसके साथ ही उन्होंने कहा टिहरी लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी जोत सिंह गुनसोला स्वच्छ छवि के व्यक्ति हैं और सबके साथ उनका मेल–जोल भी अच्छा है इसलिए आम जनता में उनके प्रति खासा उत्साह है।

वहीं पौड़ी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने प्रतिक्रिया दी है। गणेश गोदियाल ने कहा की ये उनकी खुशनसीब है कि पार्टी ने कार्यकर्ताओं के निवेदन पर उन्हें पौड़ी गढ़वाल से उम्मीदवार बनाया है। गणेश गोदयाल ने कहा कि वह प्रदेश से मुद्दे जनता के बीच लेकर जाएंगे। और चुनाव में पार्टी को जीतने का काम करेंगे

राजा नहीं सेवक के रूप में करूंगा जनता का प्रतिनिधित्व
टिहरी लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाए गए जोत सिंह गुनसोला ने पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हाई कमान का निर्णय और इस प्रक्रिया में लगे प्रदेश नेतृत्व और तमाम कार्यक्रम का आशीर्वाद है कि मुझे लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया है।

गुनसोला ने कहा कि वो टिहरी क्षेत्र की समस्त जनता को अस्वस्थ करना चाहते हैं कि वो एक राजा के रूप में नहीं बल्कि एक सेवक के रूप में जनता का प्रतिनिधित्व करेंगे। और टिहरी और प्रदेश की समस्त समस्याओं को संसद के अंदर उठाने का काम करेंगे।

कांग्रेस प्रत्याशी क्या दे पाएंगे भाजपा को टक्कर ?
भारतीय जनता पार्टी ने पिछले दो लोकसभा चुनावों में प्रदेश की पांचों सीटों पर कब्जा किया। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या इस बार कांग्रेस भाजपा को टक्कर दे पाएंगे। जहां टिहरी सीट पर बीजेपी ने माला राज्य लक्ष्मी शाह पर भरोसा जताया है तो वहीं कांग्रेस ने नए चेहरे जोत सिंह गुनसोला पर दांव खेला है। जोत सिंह गुनसोला को बेहद ही साफ छवि का नेता माने जाते हैं। इसके साथ ही उन्हें लोकप्रिय नेता माना जाता है। जिस से माना जा रहा है कि जोत सिंह गुनसोला माला राज्य लक्ष्मी को कड़ी टक्कर दे सकते हैं। लेकिन आजादी के बाद से अब तक टिहरी सीट पर राज घराने का तिलिस्म अब तक नहीं टूटा है।

बात करें पौड़ी गढ़वाल सीट की तो यहां से कांग्रेस ने गणेश गोदियाल को मैदान में उतारा है। जबकि बीजेपी ने अभी तक इस सीट पर उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। अल्मोड़ा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही पुराने प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है। एक बार फिर से अजय टम्टा और प्रदीप टम्टा आमने-सामने हैं।

अल्मोड़ा सीट पर कांटे की टक्कर है। साल 2009 में कांग्रेस प्रत्याशी ने यहां से बाजी मारी थी तो साल 2014 और 2019 में बीजेपी प्रत्याशी ने बाजी मारी। साल 2014 में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा बेहद ही कम वोटों के अंतर से हारे थे। चौथी बार एक बार फिर से अल्मोड़ा सीट पर प्रदीप टम्टा और अजय टम्टा आमने-सामने हैं। देखना होगा कि इस बार बाजी कौन मारता है