Kedarnath By-elections : प्रवासी मतदाताओं के बाद दलित वोट बैंक पर BJP की नजर, साधने के लिए बनाया खास प्लान

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केदारनाथ उपचुनाव

केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उप चुनाव को लेकर जहां राजनीतिक दल अपनी तैयारी में लगे हुए हैं। प्रवासी मतदाताओं के लिए प्लान के बाद अब भाजपा नया प्लान लेकर आई है। बीजेपी ने अब दलित वोट बैंक को साधने को लेकर खास प्लान तैयार किया है। जिस पर पार्टी आगे बढ़ रही है।

प्रवासी मतदाताओं के बाद दलित वोट बैंक पर भाजपा की नजर

केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले मतदान को लेकर जहां बीजेपी और कांग्रेस के बीच मुख्य मुकाबला देखने को मिल रहा है। तो वहीं भाजपा सभी वर्गों को साधते चुनाव में खास रणनीति तैयार कर रही है। प्रवासी मतदाताओं के बाद अब बीजेपी दलित वोटरों के लिए प्लान लेकर आई है। दलित वोट बैंक की करें तो केदारनाथ विधानसभा सीट पर करीब 14,000 दलित वोट बैंक बताया जा रहा है। जो किसी भी उम्मीदवार के लिए जीत हार में निर्णायक वोट साबित हो सकता है।

दलित नेताओं को भाजपा ने मैदान में उतारा

दलित वोट बैंक को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी के द्वारा मंगलवार को केदारनाथ विधानसभा सीट पर अनुसूचित जाति का सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें पार्टी के सभी बड़े दलित चेहरे मंच पर नजर आए। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के साथ केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या व बीजेपी के दलित विधायक भी मंच पर नजर आए। जबकि विधायक खजान दास हो या शक्तिलाल शाह हो दुर्गेश लाल हो या फिर भोपाल राम टम्टा हो गढ़वाल मंडल के सभी विधायकों को बीजेपी ने अनसूचित जाति के वोट बैंक हासिल करने के लिए चुनावी मैदान में उतार दिया है।

गांव-गांव जाकर वोट मांग रहे हैं नेता

गढ़वाल मंडल के सभी नेता गांव-गांव जाकर वोट भी मांगने का काम कर रहे हैं। भाजपा विधायक दुर्गेश लाल का कहना है कि अनुसूचित जाति मोर्चे का जो सम्मेलन मंगलवार को आयोजित हुआ है। उसकी अपार सफलता से लगता है कि सभी वर्गों के साथ अनुसूचित जाति का वोट बैंक बीजेपी उम्मीदवार आशा नौटियाल को मिलने जा रहा है। इसके साथ ही एक बड़ी जीत बीजेपी उम्मीदवार आशा नौटियाल की होने जा रही है।

भाजपा जहां सभी वर्गों को साधने का काम केदारनाथ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कर रही है। तो वहीं अनुसूचित जाति का वोट बैंक पार्टी के जीत में निर्णायक साबित हो सकता है। इसीलिए पार्टी कोई कोर कसर अनुसूचित जाति के वोट बैंक हासिल करने को लेकर नहीं छोड़ रही है। लेकिन कांग्रेस का कहना है कि अनुसूचित जाति वर्ग का वोट बैंक कांग्रेस का वोट बैंक है और कांग्रेस के पक्ष में ही अनुसूचित जाति का वोट बैंक वोट करेगा