मानसून का कहर : उफनते नाले को पार कर रहे थे कांवड़िया, दो यात्री बहे, सर्च अभियान जारी

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उत्तराखंड में पहाड़ों से लेकर मैदान तक लगातार हो रही बारिश से प्रदेश में दुश्वारियां बढ़ती दिख रही है। पहाड़ों में भूस्खलन और बरसाती गदेरों के उफान पर आने से लोगों को दिक्कतों का सामना करने पड़ रहा है। वहीं उत्तरकाशी में गंगोत्री-गोमुख ट्रैक पर चीड़वासा के पास नाले पर बनी पुलिया बह गई। इस दौरान नाले को पार करने के दौरान दो कांवड़िया बह गए।


जानकारी के अनुसार गुरुवार को करीब तीन बजे गंगोत्री-गोमुख ट्रैक पर गंगोत्री से करीब नौ किमीआगे हिमखंड पिघलने के कारण चीड़वासा नाले का जलस्तर बढ़ गया। जिससे नाले पर बनी पुलिया बह गई। इस दौरान गोमुख जा रहे तीन कांवड़िया नाले को पार कर रहे थे। नाले को पार करने के दौरान दो कांवड़िया बह गए। तीसरे साथी ने इसकी सूचना एसडीआरएफ की टीम को दी।

अन्य कांवड़ियों को GMVN के विश्राम गृह में रोका
कांवड़ियों की पहचान मोनू (31) पुत्र किशोरी लाल निवासी दिल्ली और सूरज (23) पुत्र महावीर निवासी दिल्ली के रूप में हुई है। जबकि विकास (21) पुत्र सुरेश निवासी दिल्ली सुरक्षित है। SDRF की टीम दोनों यात्रियों की तलाश में सर्चिंग अभियान चलाए हुए है। इसके अलावा SDRF ने गोमुख जा रहे 35 यात्रियों को गढ़वाल मंडल विकास निगम के विश्राम गृह और आश्रम में रोक दिया है।

DM ने दिए वैकल्पिक पुलिया बनाने के निर्देश
मामले को लेकर उत्तरकाशी के जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने गोमुख क्षेत्र में रुके यात्रियों को सुरक्षित निकालने के लिए नाले में तुरंत वैकल्पिक पुलिया बनाने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार सुबह दोनों यात्रियों की तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है