पत्रकार हुए गुस्सा तो भाजपा नेता की हेकड़ी हुई ढीली,सीएम ने इस तरह से संभाला मामला
हलद्वानी एसकेटी डॉट कॉम
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सर्किट हाउस में बैठक लेने के उपरांत पत्रकार वार्ता से पहले एक भाजपा नेता और एक पत्रकार के बीच बैठने को लेकर कहासुनी हो गई और भाजपा नेता ने उन्हें कुर्सी लेकर जाने को कहा और साथ ही यह भी कहा कि कौन कहां बैठेगा यह पत्रकार नहीं हम तय करेंगे
जिसके बाद यह बात वहां खड़े एक अन्य पत्रकार को चुभ गई उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा नेता बर्ताव कर रहे वह कहीं भी बर्दाश्त के काबिल नहीं है और इस भी सारे पत्रकार सर्किट हाउस से बाहर निकल गए और इसकी सूचना जैसे एसएसपी और डीएम को लगी तो वह पत्रकारों को मनाने पहुंचे लेकिन पत्रकार कहां मानने वाले थे यह सूचना जैसे ही सीएम को लगी वह तुरंत पत्रकारों को मनाने पहुंचे उन्होंने कहा कि ईस तरह से कई बार बात हो जाती है उसे दिल पर नहीं लेना चाहिए । सभी सम्मानित लोग हैं तब जाकर कहीं बात बनी और पत्रकार प्रेस वार्ता के लिए वापस पहुचे।
अक्सर पत्रकार अपने अपने हितों और कार्यकलापों की वजह से बटे हुए रहते हैं। लेकिन इस बार पत्रकारों में एकता दिखाई और कार्यक्रम के बहिष्कार होने तक की नौबत आ गई तो उसके बाद सीएम को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा
प्रदेश स्तरीय एक नेता के साथ बहस के बाद कार्यक्रम के बाद भी कानाफूसी होती रही और मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ दिन के बाद वह इस मामले पर कोई निर्णय लेंगे। चंपावत चुनाव के संपन्न होने के बाद मुख्यमंत्री हल्द्वानी के दौरे पर थे तथा विभिन्न योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करने के अलावा उन्होंने वहां जनपद स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली उसके बाद उनकी सरकार की प्राथमिकताओं को पत्रकारों के समक्ष रखा है। कई तरह की मांगो और ज्ञापन को सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रदेश में सिविल कोड कानून को लागू करेंगे इसके अलावा पर्यटन में आ रही दिक्कतों का निराकरण करने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों विशेषकर बाबा नीम करोली मंदिर के पास एक विशेष तरह की पार्टी के लिए भी प्रस्ताव बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं इस पर जल्द काम शुरू हो जाएगा
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