लोकसभा चुनाव को लेकर BJP ने कसी कमर, विस चुनाव में हारी सीटों के लिए बनाई रणनीति, पढ़ें खास रिपोर्ट

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लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने कमर कस ली है। बीजेपी ने 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में जिन 23 विधानसभा सीटों में हार का सामना किया उसे लेकर अब खास प्लान तैयार किया है। ताकि पार्टी को लोकसभा चुनाव में उन हारी हुई विधानसभा सीटों पर अच्छा वोट मिले।

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लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी खास तरीके से रणनीति बनाते हुए आगे बढ़ रही है। इसी के तहत पार्टी ने 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में 70 विधानसभा सीटों में से 47 विधानसभा सीटें हासिल की थी। जिसमें से 19 विधानसभा सीटें पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। तो दो सीट बसपा और 2 सीट निर्दलीय के खाते में गयी थी। लेकिन लोकसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा ने हरी भी 23 विधानसभा सीटों पर मजबूती के लिए खास प्लान तैयार किया है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट 23 विधानसभा सीटों का दौरा करेंगे। पार्टी को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष जनता की बीच पहुंचकर सरकार की योजनाओं को रखेंगे। इसके साथ ही पार्टी के पक्ष में लोकसभा चुनाव में मतदान की भी अपील करेंगे। विधानसभा सत्र के बाद मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के दौरे हारी हुई विधानसभा सीटों के शुरू हो जाएंगे।

सभी सीटों पर जीत मिले इस पर कांग्रेस का फोकस
भाजपा की रणनीति पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण महारा का कहना है कि कांग्रेस का फोकस इससे अलग है। कांग्रेस के लिए सभी विधानसभा सीट खास महत्व रखती हैं। हर विधानसभा सीट पर पार्टी को लोकसभा चुनाव में जीत मिले इस लक्ष्य के साथ मैदान में उतर रही है। 2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी कई ऐसी सीट जीती हैं जिस पर मामूली अंतर रहा है इसलिए कांग्रेस सभी विधानसभा सीटों पर जीत के फार्मूले के साथ मैदान में उतरेगी।

सीएम और प्रदेश अध्यक्ष पर हारी सीटें जीतने की जिम्मेदारी
भाजपा जहां एक ओर ये मानकर चल रही है कि जिन विधानसभा सीटों पर भाजपा की विधायक जीतकर आए हैं उन विधानसभा सीटों पर लोकसभा चुनाव में जीतने की जिम्मेदारी जहां मौजूद भाजपा विधायकों की है। तो वहीं हारी हुई विधानसभा सीटों पर जीत की गारंटी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के ऊपर है। ऐसे में देखना ये होगा कि आखिरकार 2022 में जिन विधानसभा सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा था उन सीटों पर बीजेपी की इस खास रणनीति से क्या असर पड़ता है