साहसिक पर्यटन की कुमाऊं मे अपार संभावनाएं यहाँ सम्पन्न हुई10दिवसीय बाइक राइडिंग

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काकड़ी घाट अल्मोड़ा एसकेटी डॉट कॉम,

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कुमाऊनी साहसिक पर्यटन के लिए एक प्रमुख कारण बन सकता है इसके लिए अल्मोड़ा की संस्था मोक्षा ट्रिप के अजय साह ने प्रयास शुरू किया है। अब साहसिक पर्यटन भी यहाँ पंख पसारने लगे हैं। उनके साथ रॉक लिजार्ड और हिम्फला संस्था भी कंधे से कंधा मिला मिला कर कार्य कर रही है।


कुमाऊं भी लेह लद्दाख की तर्ज पर अपनी उपस्थिति लगातार दर्ज करा रहा है और कुमाऊं मे बाइक राइडिंग की संभावना को देखते हुऐ मोक्षा ट्रिप्स, रॉक लिजार्ड एवं हिमफ्ला संस्था द्वारा पुणे एवं हैदराबाद के कुल 9 बाइकर्स को कुमाऊं के सुदूरवर्ती क्षेत्र ॐ पर्वत, आदि कैलाश, नारायण आश्रम और पंचाचूली बेस कैम्प की यात्रा कराई गई जिसका समापन आज काकड़ीघाट स्तिथ पहाड़ी पिसी नूण मे हुआ।

प्रतिभागियों को प्रतीक चिन्ह देते पहाड़ी पिसी नून के डायरेक्टर संदीप पांडेय


मोक्षा ट्रिप्स के संस्थापक अजय शाह ने बताया कि उनका संकल्प था कि वो कुमाऊं के सूदूरवर्ती क्षेत्रों मे पर्यटकों को रोमांच से भरपूर यात्रा करवाये जिससे इस क्षेत्र को भी लेह लद्दाख के तर्ज पर बढ़ावा मिल सके, इस यात्रा के सफल होने से कुमाऊं मे बाइकर्स का रुझान और बढ़ेगा, अभी तक सिर्फ मुनस्यारी तक ही बाइकर जाता था मगर अब पर्यटक 4600 मीटर से भी अधिक ऊँचाई पर बाइक चलाने का अनुभव ले सकते है। लद्दाख में हर रोज़ 20000 से बाइकर जाते है मगर कुमाऊं मे यह संख्या लगभग शून्य ही है और हमारा प्रयास रहेगा कि हम संख्या मे बढ़ावा करे।


ग्रुप के एल ओ संदीप पाण्डे ने बताया कि आम तौर पर इस रूट पर क्षेत्र के युवा बाइकर्स जाते रहते है मगर जिस तरह इस बार प्रोफेशनल बाइकर्स का ग्रुप इस क्षेत्र मे गया है वो सबके लिये गर्व की बात है और निश्चित ही अन्य बाइकर्स भी जल्द ही इस और कदम रखेंगे।


दल के सदस्य सचिन ने बताया कि उनके द्वारा विगत 15 वर्षों से बाइक टूर किये जा रहे है मगर जितना रोमांच इस यात्रा में है वो किसी भी यात्रा में नही है, यह यात्रा आपको ऐसा अनुभव देती है जो आपके जीवन मे एक नया रंग घोल देती है, पुणे के ही अमित का कहना है कि यह एकमात्र ऐसी यात्रा है जिसमे बाइक चलाने के साथ साथ ट्रैकिंग करने का भी मौका मिलता है जो इसको बाकी सारे रूट से अलग करता है।

यह था रूट मैप
दिल्ली से डीना पानी अल्मोड़ा
अल्मोड़ा से धारचूला
धारचूला से नाभी
नाभी से ओमपर्वत वापस नाभी
नाभी से आदि कैलाश वापस नाभी
नाभी से नारायण आश्रम
नारायण आश्रम से दातु गाँव(पंचाचूली)
दातु से जीरो पॉइंट और वापस दातु
दातु से मुनस्यारी
मुनस्यारी से डीनापानी
डीनापानी से काकड़ीघाट से दिल्ली।

यह थे यात्रा में शामिल
अमित बेंद्रे, सचिन दाते, पराग भोले, समीर करमाकर, सचिन बोकिल, शैलेश बंगाले, केदार खिवानसरा, निखिल काने, प्रशांत मुद्दु, ललित काण्डपाल, भरत नेगी, और विनोद भट्ट।