हल्द्वानी के सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में अब नही होगी ऑक्सीजन की कमी- प्राचार्य अरुण जोशी

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कोरोनावायरस की दूसरी लहर के चलते कुमाऊ के सबसे बड़े अस्पताल डॉक्टर सुशीला तिवारी अस्पताल में मरीजों के लिए जगह तक कम पड़ गई थी और हर दिन ऑक्सीजन की कमी का सामना डॉक्टर और मरीज को करना पड़ा था लेकिन जैसे तैसे करके अस्पताल प्रशासन के द्वारा मरीजों के लिए ऑक्सीजन का इंतजाम किया गया। बता दें कि सुशीला तिवारी में दूसरी लहर के समय 600 मरीज भर्ती हुए थे जिनमें से 14 सौ से ज्यादा सिलेंडर ऑक्सीजन की खपत होने लग गई थी लेकिन जैसे तैसे करके ऑक्सीजन की खपत को पूरा किया गया और इस समय सिर्फ 200 सिलेंडर का ही इस्तेमाल किया जा रहा है वही सुशीला तिवारी अस्पताल में 21000 लीटर की क्षमता का ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक इंस्टॉल किया गया है इसके अलावा अस्पताल में साढ़े चार हजार लीटर पर मिनट (एलपीएम) का ऑक्सीजन प्लांट भी इंस्टॉल हो चुका है।

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जिसकी वजह से आप कभी भविष्य में ऑक्सीजन की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा निजी कंपनी से राजकीय इंटर कॉलेज का करार होने पर 21 हजार किलो लीटर क्षमता का ऑक्सीजन स्टोरेज टैंक गत दिवस को अस्पताल पहुंचा और शाम तक इंस्टॉल कर दिया गया। इसमें लिक्विड ऑक्सीजन स्टोर की जाएगी। इसके बाद वार्डों में सप्लाई होगी। पहले अस्पताल में 500 एलपीएम क्षमता का आक्सीजन प्लांट चल रहा है।इसके बाद राज्य सरकार से एक हजार एलपीएम के दो प्लांट भी इंस्टॉल हो गए हैं। भारत सरकार की ओर से 1 हजार एलपीएम के दो प्लांटों के इंस्टॉल होने की स्वीकृति मिली जिसकी प्रक्रिया चल रही है। प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने बताया कि अब अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी नहीं रहेगी। लिक्विड ऑक्सीजन के लिए स्टोरेज टैंक इंस्टॉल कर दिया गया है।