अंकिता के साथ-साथ पुलकिल आर्य को भी मिलना चाहिए इंसाफ-विनोद आर्य

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अंकिता भंडारी हत्याकांड Ankita Bhandari Murder Case के मामले में कई मोड़ आ चुके हैं। मुख्य आरोपी पुलकित आर्या पुलिस को कई बार गुमराह कर चुका है मगर आखिरकार उसने अंकिता भंडारी की हत्या का गुनाह कबूला और कहा कि उसी ने अंकिता भंडारी की हत्या की साजिश रची और नहर में धक्का दिया।


पुलिस की जांच में अभी तक सारे सबूत मुख्य आरोपी पुलकिल आर्य के खिलाफ ही जा रहे हैं, लेकिन उसके बावजूद पुलकिल आर्य के पिता के चेहरे पर खुशी है। पुलिकित के पिता विनोद आर्य को लगता है कि उनका बेटा निर्दोष है और बेकसूर है। इसीलिए उन्हें न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा है। विनोद आर्य का मानना है कि पुलकिल आर्य को कोर्ट से इंसाफ मिलेगा। वे बुधवार को पौड़ी जिले के लक्ष्मण झूला थाने में पहुंचे। यहां उन्होंने अंकिता भंडारी हत्याकांड से जुड़े मामले में पुलिस अधिकारियों के बात की।।इस दौरान विनोद आर्य ने थाने के बाहर आकर कहा कि अंकिता के साथ-साथ पुलकिल आर्य को भी इंसाफ मिलना चाहिए।

मीडिया ने उनसे पूछा कि पुलिस का व्यवहार उनके साथ में कैसा रहता था तो उन्होंने बताया कि पुलकित बेहद समझदार और अच्छा बर्ताव करने वाला लड़का है। पुलकिल आर्य के पिता विनोद आर्य कहा कि उन्हें न्यायिक प्रणाली पर पूरा भरोसा है। पुलिस इस मामले में अपना काम पूरी ईमानदारी के साथ कर रही है।


सारे सबूत पुलकिल आर्य के खिलाफ होते हुए भी विनोद आर्य ने कहा कि यदि ने गुनाह किया है, तो बेशक उसे सजा मिलनी चाहिए। वैसे ये पूरा मामला न्यायालय में विचाराधीन है। ऐसे में कोर्ट से ही अब इंसाफ होना है।विनोद आर्य ने कहा कि यदि पुलकिल आर्य ने गलती है तो उसे सजा मिलनी चाहिए और अगर वो निर्दोष है तो यह भी कोर्ट को देखने चाहिए। बता दें कि 19 साल की अंकिता भंडारी यमकेश्वर ब्लॉक क्षेत्र में स्थित वनंत्रा रिसॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी।

आरोप है कि पुलकित आर्य अंकिता भंडारी पर रिसॉर्ट में आने वाले गेस्टों को स्पेशल सर्विस देने का दबाव बना रहा था, जिसके लिए अंकिता भंडारी ने साफ मना कर दिया था। इसी वजह से अंकिता भंडारी और पुलकित आर्य के बीच भी बहस हुई थी और इसी वजह से अंकिता भंडारी नौकरी भी छोड़ने वाली थी। वहीं पुलकित आर्य को डर था कि अंकिता भंडारी रिसॉर्ट में हो रहे गलत कामों और उसके राज का पर्दाफाश कर देगी।

इसी डर से पुलकित आर्य 18 सितंबर शाम को बहस होने के बाद अंकिता भंडारी को किसी बहाने से ऋषिकेश लेकर गया और इस दौरान पुलकित आर्य के साथ उसके दो मैनेजर सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता भी थे। इन तीनों ने 18 सितंबर शाम को ही बीच रास्ते में चीला नहर में धक्का देकर अंकिता की हत्या कर दी थी।