How to reach kainchi dham: नीम करोली बाबा के कैंची धाम आश्रम कैसे पहुंचे? प्रवेश शुल्क से लेकर आने का बेस्ट समय, जानें सबकुछ

नीब करोली बाबा या नीम करोली बाबा (neem karoli baba) किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं और ना ही उनके कैंची धाम आश्रम (Kainchi Dham Ashram) को किसी पहचान की आवश्यकता है। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम(kainchi dham kahan hai) एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक आश्रम है। कैंची धाम का वातावरण शांत है। जो भक्तों के बीच आकर्षण का कैंद्र बनता है। यहां का आध्यात्मिक माहौल और प्राकृर्तिक सुंदरता इस फेमस तीर्थ स्थल बनाती है। इसकी स्थापना खुद बाबा नीम करौली ने साल 1964 में की थी। 11 सितंबर 1973 को उन्होंने वृंदावन में अपने शरीर का त्याग किया।
उत्तराखंड के ये चमत्कारी बाबा नीम करौली महाराज खुद को भगवान हनुमान का भक्त कहा करते थे। बाबा ने हनुमान जी को अपने रोम रोम में इस कदर बसा लिया था कि भक्त बाबा नीम करोली को श्री हनुमान तुल्य ही मानने लगे। उनके कैंची धाम आश्रम में हनुमान जी का भव्य मंदिर भी है।
कैंची धाम की ख्याति विदेशों में भी फैली हुई है। एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स, फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग, और अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स जैसी हस्तियों भी यहां आकर बाबा का आर्शीर्वाद ले चुकी है। हर साल 15 जून को यहां भव्य मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें देश ही नहीं दुनिया भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं। अगर आप भी कैंची धाम आने का प्लान बना रहे है तो ये आर्टिकल आपके लिए है। चलिए इस आर्टिकल में कैंची धाम से जुड़ी कुछ जरूरी बाते जान लेते है।

कैसे हुई कैंची धाम की स्थापना? (kainchi dham history)
ये बात है जब नीम करोली महाराज एक छोटी सी घाटी के पास पहुंचे और उन्होंने वहीं पास में खड़े एक शख्स पुरन को बुलाकर उसे घर से कुछ खाने के लिए मंगवाया। ये सुनते ही पूरन अपनी मां से दाल रोटी बनवाकर बाबा के लिए ले आया। खाने के बाद बाबा ने पूरन से कहा जाओ गांव के कुछ और लोगों को बुला लाओ और पूरन ने वैसा ही किया।

बाबा पूरन और गांव वालों के साथ पास के जंगल में पहुंचे। जिसके बाद बाबा ने कहा कि इस पत्थर के पीछे एक गुफा है यहां पर खुदाई करो। बाबा के निर्देशानुसार पत्थर की खुदाई की गई तो वहां सच में एक गुफा मिली जिसे देख सारे गांव वाले अचंभित हो गए। उसके बाद बाबा ने बताया कि इसके अंदर एक धुणि भी है। गुफा में धुणि, एक चिमटा और हवन कुंड मिलने के बाद गांव वाले हैरान हो गए। जिसके बाद बाबा ने बताया कि ये सोमवारी बाबा की तपस्थली है और हनुमान जी का स्थान। अब यहां हनुमान जी ही रहा करेंगे इसी के साथ बाबा की आज्ञा से उस जगह का शुद्धीकरण कर वहां हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित की गई। कुछ समय बाद बाबा की आज्ञा से ही इसी गुफा के पास 1964 में कैंची धाम आश्रम (kainchi dham temple) की स्थापना की गई। आज ये धाम विश्व विख्यात है।
कैंची धाम कैसे पहुंचे? (how to reach kainchi dham)
उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कैंची धाम पहुंचने के लिए आप सड़क, रेल या फिर हवाई जाहज से भी यात्रा तय कर सकते है।

सड़क मार्ग से ( kainchi dham Kaise Pahuche)
उत्तराखंड के प्रमुख शहरों से कैंची धाम सड़क मार्ग द्वारा अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। ऐस में आप आसानी से यहां पर बस या फिर टैक्सी से पहुंच सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले आपको नैनीताल पहुंचना होगा। नैनीताल-अल्मोड़ा मार्ग पर ये कैंची धाम आश्रम नैनीताल से करीब 17 किलोमीटर (nainital to kainchi dham distance) की दूरी पर स्थित है। तो वहीं भवाली से ये नौ किलोमीटर दूर है। यहां से आपको कैंची धाम के लिए बस या फिर टैक्सी मिल जाएगी।

रेल मार्ग से (nearest railway station to kainchi dham)
- कैंची धाम से सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन काठगोदाम (kainchi dham near railway station) है। ये कैंची धाम से करीब 38 से 43 किलोमीटर (kathgodam to kainchi dham distance) के बीच की दूरी पर मौजूद है। काठगोदाम स्टेशन पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के अंतर्गत आता है। यहां से आपको आराम से कैंची धाम पहुंचने के लिए बस या फिर टेक्सी मिल जाएगी। जो आपको सीधा कैंची धाम पहुंचा देगी।
- काटगोदाम के अलावा हल्द्वानी रेलवे स्टेशन(haldwani Railway Station) भी एक ऑप्शन है। ये कैंची धाम से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर है। हल्द्वानी से भी आपको कैंची धाम आश्रम के लिए बस (haldwani to kainchi dham bus) या फिर टैक्सी मिल जाएगी। इसका किराया ₹60 से ₹150 के बीच हो सकता है।
वायु मार्ग से (kainchi dham nearest airport)
कैंची धाम के सबसे नजदीक पंतनगर हवाई अड्डा (nearest airport to kainchi dham) है। पंतनगर से कैंची धाम करीब 70 किलोमीटर (pantnagar to kainchi dham) की दूरी पर मौजूद है। यहां से कैंची धाम पहुंचने के लिए आपको बस या फिर टैक्सी मिल जाएगी। पंतनगर हवाई अड्डे से कैंची धाम पहुंचने में आपको दो से तीन घंटे का समय लग सकता है।

दिल्ली से कैंची धाम कैसे पहुंचे (How to reach kainchi dham from delhi)
राजधानी दिल्ली से कैंची धाम की दूरी करीब 335 किलोमीटर(delhi to kainchi dham distance) है। अगर आप दिल्ली से कैंची धाम के दर्शन करने आ रहे है तो सड़क मार्ग से आपको करीब आठ से नौ घंटे का समय लग सकता है। दिल्ली से कैंची धाम आने के लिए कई सारे यात्रा(delhi to kainchi dham bus) के विकल्प मौजूद है। आप अपने वाहन या टैक्सी बुक करवा कर सीधे कैंची धाम तक पहुंच सकते हैं।
- बस द्वारा: दिल्ली से हल्द्वानी तक कई सारी सरकारी और निजी बसें चलती हैं। जिसके बाद हल्द्वानी से आप स्थानीय बस या फिर टैक्सी से कैंची धाम तक का मार्ग तय कर सकते है। बता दें कि कैंची धाम से हल्द्वानी तक की दूरी करीब 45 किलोमीटर (haldwani to kainchi dham distance) है।
- ट्रेन द्वारा: इसके अलावा ट्रेन से भी आप दिल्ली से कैंची धाम(delhi to kainchi dham by train) पहुंच सकते हो। दिल्ली से काठगोदाम तक ट्रेन जाती है। जिसके बाद काठगोदाम से कैंची धाम की करीब 42 किलोमीटर की दूरी पर है। आगे का सफर बस या टैक्सी से तय किया जा सकता है।
मुंबई से कैंची धाम कैसे पहुंचें (how to reach kainchi dham from mumbai)
अगर आप फिल्म नगरी मुंबई से कैंची धाम जाना चाहते हो तो सबसे पहले आप हवाई या फिर रेल के द्वारा दिल्ली या फिर लखनऊ के लिए रवाना हो। जिसके बाद आप यहां से ट्रेन या बस से हल्द्वानी या काठगोदाम पहुंचो। जिसके बाद यहां ये टैक्सी या बस से आप आसानी से कैंची धाम आश्रम जा सकते हैं।

कैंची धाम से शहरों के बीच की दूरी
- haridwar to kainchi dham distance: हरिद्वार से कैंची धाम करीब 255 से 265 किलोमीटर की दूरी पर है। अगर आप हरिद्वार से सड़क के रास्ते कैंची धाम आ रहे है तो यहां पहुंचने में आपको करीब सात से आठ घंटे का समय लग सकता है।
- Haldwani to kainchi dham distance: हल्द्वानी से कैंची धाम करीब 45 किलोमीटर की दूरी पर है।
- नैनीताल से कैंची धाम की दूरी: नैनीताल से भवाली की दूरी लगभग 17 किलोमीटर (kainchi dham to nainital distance) है। तो वहीं भवाली से कैंची धाम केवल 8 किलोमीटर(bhowali to kainchi dham distance) दूर है।
- Dehradun to kainchi dham distance: देहरादून से कैंची धाम की दूरी लगभग 300 किलोमीटरहै।
- bhimtal to kainchi dham distance: भीमताल से कैंची धाम की दूरी लगभग 22 किलोमीटर है।
- lucknow to kainchi dham distance: लखनऊ से कैंची धाम की दूरी लगभग 400 किलोमीटर है।
- bareilly to kainchi dham distance: बरेली से कैंची धाम की दूरी लगभग 200 किलोमीटर है।
- noida to kainchi dham distance: नोएडा से कैंची धाम की दूरी लगभग 350 किलोमीटर है।
- Rishikesh to kainchi dham: ऋषिकेश से कैंची धाम की दूरी लगभग 270 किलोमीटर है।

कैंची धाम के पास बेस्ट होटल्स (best hotel near kainchi dham)
कैंची धाम (neem karoli baba) आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यहां रुकने के भी इंतजाम है। कैंची धाम में पुरुषों और महिला श्रद्धालुओं के लिए आश्रम परिसर में अलग-अलग धर्मशालाएं (kainchi dham ashram room booking) उपलब्ध हैं। यहां पर आपको स्वच्छ और साधारण कमरे मिल जाएंगे। साथ ही सात्विक भोजन की भी व्यवस्था है। हालांकि ध्यान देने वाली बात ये है कि आश्रम में रुकने के लिए आपको पहले से बुकिंग करवाने की आवश्यकता हो सकती है।
अगर आप आश्रम की धर्मशाला में नहीं रुकना चाहते तो कैंची धाम के पास भी कई सारी निजी धर्मशालाएं(kainchi dham stay) और होटल(kainchi dham hotels) मौजूद है। जो कई सारी सुविधाए से लैस है।
कैंची धाम मंदिर जाने के लिए प्रवेश शुल्क और समय (kainchi dham timings)
कैंची धाम मंदिर जाने के लिए किसी भी प्रकार का प्रवेश शुल्क नहीं (kainchi dham tickets) लिया जाता है। सप्ताह में सभी दिन आश्रम में बाबा के दर्शन किए जा सकते है। टाइमिंग की बात करें तो सुबह पांच बजे से शाम 6:30 बजे तक (kainchi dham timings) यहां आ सकते है।
कैंची धाम आने का बेस्ट समय (best time to visit kainchi dham)
कैंची धाम का मौसम यूं तो सालभर सुहावना रहता है। लेकिन सर्दियों और गर्मियों के तापमान (kainchi dham temperature) में काफी अंतर होता है।
गर्मी (मार्च – जून): गर्मियों में यहां का तापमान 15°C से 30°C तक रहता है। जिससे दिन के समय हल्की गर्मी होती है। लेकिन सुबह-शाम मौसम सुहाना है।
बरसात (जुलाई – सितंबर): इस दौरान भारी बारिश होती है। जिससे बरसात के समय यहां यात्रा करना कठिन हो सकता है।
सर्दी (अक्टूबर – फरवरी): सर्दियों में यहां का तापमान 0°C से 15°C तक रहता है। दिसंबर-जनवरी के समय यहां काफी ठंड पड़ती है। इसलिए सर्दियों में अगर आप यहां आ रहे है तो अपने साथ गर्म कपड़े जरूर लाए।
सबसे अच्छा समय कैंची धाम की यात्रा करने का मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच है। इस दौरान मौसम(kainchi dham weather) अच्छा रहता है। जो कि यात्रा के लिए अनुकूल है।
कैंची धाम के आसपास घूमने की जगह (places to visit near kainchi dham)
कैंची धाम के दर्शन करने के बाद आप आसपास की कई सुंदर जगहों को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं।

भीमताल (Bhimtal): भीमताल एक सुंदर हिल स्टेशन है। ये समुद्र तल से करीब 1270 मीटर की उंचाई पर स्थित है। यहां पर भीमताल झील (Bhimtal Lake) बर्ड वॉचिंग, बोटिंग और पैराग्लाइडिंग जैसी एंडवेनचर एक्टिविटिज का आंनद ले सकते है।
मुक्तेश्वर (Mukteshwar): मुक्तेश्वर में रॉक क्लाइम्बिंग, रैपलिंग जैसी एक्टिविटिज कराई जाती है। साथ ही इस जगह से नंदा देवी और अन्य चोटियों का मनमोहक दृश्य भी देखने को मिलता है।

कौसानी (Kausani): कौसानी से त्रिशूल, नंदा देवी और पंचचूली जैसी हिमालय की चोटियों का दृश्य देखने को मिल जाता है।
रानीखेत (Ranikhet): भारतीय सेना की कुमाऊं रेजिमेंट का मुख्यालय रानीखेत में ट्रैकिंग, पर्वतारोहण, गोल्फ कोर्स और विभिन्न मंदिर मौजूद है।

नैनीताल (Nainital): फेमस हिल स्टेशन नैनीताल अपनी सुंदर झीलों नैनीताल झील (Naini Lake) के लिए जाना जाता है। यहां पर नैना देवी मंदिर(Naina Devi Temple), नैनी झील, स्नो व्यू पॉइंट(Snow View Point), नैनीताल चिड़ियाघर (Nainital Zoo), नैनीताल टिफिन टॉप (Nainital Tiffin Top), नैनीताल बोटिंग (Nainital Boating) आदि अन्य आकर्षण चीजें मौजूद है जो इसे पर्यटकों का लोकप्रिय हिल स्टेशन बनाता हैं।
सातताल (Sat Tal): नैनीताल के पास मौजूद सातताल एक समूह झीलों का क्षेत्र है। यहां आप ट्रैकिंग, बोटिंग आदि चीजें कर सकते हो।
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