यहाँ नशे में चूर धरती के भगवान, अस्पताल प्रबंधन ने किया सस्पेंड

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बीरोखाल एसकेटी डॉट कॉम

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चिकित्सक एक ऐसा पेशा होता है जो उसके सफ़ेद ड्रेस कोड़ की तरह साफ एवं उजला माना जाता है. लेकिन आजकल ऐसे चिकित्सक सरेआम दिन में ड्यूटी के समय शराब पीकर मंदिर के पास मस्ती करते हुए देखे जाते हैं तो चिकित्सकों के बारे में लोगों की राय बदल जाती है.

ऐसी हालत में कई बार सरकारी अस्पतालों के चिकित्सक भी नशे में धुत पाए गए हैं जो कि किसी का इलाज करने के बजाए अपना विचार भी नहीं बता पाते हैं के हाथों अगर कोई इलाज कर आए तो उसका इलाज कैसा होगा यह तो स्वयं ही अंदाजा लगाया जा सकता है.

ऐसा ही एक मामला पौड़ी गढ़वाल की बीरोंखाल पीपीपी मोड के अस्पताल से सामने आ रहा है जहां शिवम सर्वम संस्था द्वारा पीपीपी मोड में अस्पताल चलाया जा रहा है वहां के 3 डॉक्टर काली मंदिर के पास दिन के समय दूध पाए गए . ब्लाक प्रमुख दर्शन सिंह ने जब इन लोगों को ऐसी स्थिति में देखा तो कड़ी नाराजगी व्यक्त करें तथा लोगों ने इसकी सूचना शिवम सर्वम अस्पताल प्रबंधन को दी

उत्तराखंड में पौड़ी के बीरोंखाल में शुभम सर्वम मेडिकल प्रोजेक्ट कंपनी की ओर से पीपीपी मोड पर संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तीन चिकित्सकों के नशे में धुत होकर बीरोंखाल बाजार में मस्ती करने का मामला प्रकाश में आया है।

लोगों की शिकायत पर अस्पताल प्रबंधन ने तीनों चिकित्सकों को निलंबित कर दिया है।बीरोंखाल के पूर्व प्रमुख दर्शन सिंह रिंगोड़ा ने बताया कि शनिवार को बीरोंखाल के मंदिर में काली की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम व भंडारा चल रहा था। वहां पर तीन व्यक्ति नशे की हालत में धुत होकर मस्ती कर रहे थे। उनकी हालत ऐसी थी कि वे ठीक ढंग से खड़े भी नहीं हो पा रहे थे।

जानकारी लेने पर पता चला कि ये तीनों पीपीपी मोड पर संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरोंखाल में कार्यरत चिकित्सक हैं। चिकित्सकों को इस प्रकार नशे में देखकर लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने अस्पताल के प्रबंधक को बुलाकर उन्हें चिकित्सकों को सौंप दिया।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीरोंखाल के प्रोजेक्ट मैनेजर शैलाब चौबे ने तीनों चिकित्सकों का व्यवहार निंदनीय बताया। कहा कि दोबारा ऐसी घटना न हो, इसके लिए तीनों चिकित्सकों को निलंबित कर उनके खिलाफ विभागीय जांच शुरू कर दी गई