यहाँ यूपी के तीन साधुओं के साथ भीड़ ने की मारपीट, पुलिस ने बचाई जान

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पश्चिम बंगाल में यूपी के तीन साधुओं के साथ मारपीट का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने उन्हें अपहरण करने वाला समझ लिया था। जिसके बाद भीड़ ने साधुओं पर हमला किया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर साधुओं को भीड़ से बचाकर नजदीकी पुलिस स्टेशन पहुंचा दिया।

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गंगासागर जा रहे थे साधु
जानकारी के अनुसार यह मामला गुरुवार का है जहां यूपी के तीन साधु, एक व्यक्ति और उसके दो बेटे मकर सक्रांति पर स्नान करने के लिए गंगासागर जा रहे थे। इस दौरान वे रास्ता भटक गए, जिस पर उन्होनें तीन लड़कियों से रास्ते के बारे में पूछा। लड़कियां साधुओं को देखकर चिल्लाते हुए वहां से भाग गई। इसके बाद स्थानीय लोगों ने साधुओं को पकड़ लिया और मारपीट शुरु कर दी। मामला बढ़ने पर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनों साधुओं को काशीपुर पुलिस स्टेशन ले आई।

मारपीट करने वाले 12 संदिग्ध गिरफ्तार
वहीं साधुओं से मारपीट करने वाले 12 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। अभी मामले की जांच की जा रही है। साथ ही घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश के लिए छापेमारी भी की जा रही है। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को पुरुलिया जिले के रघुनाथपुर सब डिविजनल कोर्ट में पेश किया जाएगा।

सोशल मीडिया पर घटना का वीडियो वायरल
मीडिया रिपोर्ट में मिली जानकारी के मुताबिक लड़कियों के साधुओं से डर कर भाग जाने से स्थानीय लोगों को उनके ऊपर शक हुआ, जिसके बाद भीड़ ने उनपर हमला कर दिया। बाद में पुलिस ने साधुओं को गंगासागर मेले पहुंचाने के लिए एक वाहन की व्यवस्था की। वहीं सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें गुस्साई भीड़ ने साधुओं के वाहन में भी तोड़फोड़ की है।

मुख्यमंत्री ममता पर बीजेपी का निशाना
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए बीजेपी ने घटना की आलोचनी की है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीटर पर लिखा, पश्चिम बंगाल के पुरुलिया में पालघर जैसी लिंचिंग की घटना हुई है। मकर संक्रांति के लिए गंगासागर जा रहे साधुओं को सत्तारूढ़ टीएमसी से जुड़े लोगों ने निर्वस्त्र क पीटा। ममता बनर्जी के शासन में सहजहान शेख को संरक्षण मिला है और साधुओं की हत्या की जा रही है। पश्चिम बंगाल में हिंदू होना क्राइम हो गया है।