हरदा ने दिया धरना, भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर दागे कई सवाल

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पूर्व सीएम और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं समेत आज मसूरी में माल रोड सुधारीकरण के कार्य में हो रहे विलंब को लेकर धरना प्रदर्शन किया। हरदा ने भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर कई सवाल दागे।


पूर्व सीएम हरीश रावत ने मसूरी माल रोड सुधारीकरण के कार्य में हो रही देरी को लेकर आज गांधी चौक पर धरना प्रदर्शन किया। हरदा ने प्रदेश की भाजपा सरकार को कटघरे में खड़ा कर कई सवाल किए। धरना प्रदर्शन के दौरान शहर कांग्रेस के साथ ही होटल एसोसिएशन, मजदूर संघ, शिफन कोर्ट संघर्ष समिति के साथ ही स्थानीय लोग भी मौजूद रहे।

ऐतिहासिक माल रोड के गड्ढे भी नहीं भर पा रही सरकार
मसूरी में पत्रकारों से बातचीत करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उनके मुख्यमंत्री काल में मसूरी के लिए विभिन्न योजनाएं लाई गई थी। लेकिन उन पर अब तक काम नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन चरम पर है और सरकार मसूरी की ऐतिहासिक माल रोड के गड्ढे भरने का काम भी नहीं कर पा रही है।

सुधारीकरण कार्य में देरी करने वालों के खिलाफ हो कार्रवाई
हरदा ने मसूरी माल रोड के कार्यों में हो रहे विलंब को लेकर सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के कारण मसूरी माल रोड के सुधारीकरण के कार्य में विलंब हो रहा है उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।

उन्होंने मसूरी- देहरादून मार्ग पर स्थित गलोगी धार से हर साल मलबा गिरता रहता है। जिससे कभी भी जान-माल की हानि हो सकती है। जबकि ये मसूरी से देहरादून को जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग है। इसका ट्रीटमेंट अब तक नहीं हो पाया है।


सरकार को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम
धरना प्रदर्शन के दौरान हरदा ने सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने सरकार को मसूरी की समस्याओं के समाधान के लिए 15 दिन का अल्टीमेटम दिया।

हरीश रावत ने कहा कि 15 दिन बाद अगर मसूरी में हो रहे निर्माण कार्यों को पूरा नहीं जाता है तो कांग्रेस भारी संख्या में मसूरी से देहरादून तक पैदल मार्च आयोजित करेगी। पैदल मार्च से कांग्रेस सरकार को जगाने की कोशिश करेगी।

विकास कार्यों को लेकर धामी सरकार पूरी तरह फेल
शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कहा कि धामी सरकार मसूरी में हो रहे विकास कार्यों को लेकर पूरी तरह से फेल हो चुकी है। मसूरी में आने वाला पर्यटक खुद को ठगा हुआ महसूस करता है। सरकार की लेटलतीफी के कारण मसूरी के पर्यटन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है