उत्तराखंड इंजीनियर्स फेडरेशन की सरकार नसीहत -इस तरह ना लगाएं ऊर्जा विभाग में ड्यूटी
हल्द्वानी एसकेटी डॉट कॉम
उत्तराखंड इंजीनियर्स फेडरेशन के पदाधिकारियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि किसी अन्य विभाग में कार्यरत संगठन के किसी भी अधिकारी की ड्यूटी ऊर्जा विभाग के संयंत्रों में जबरदस्ती लगाई गई तो इसके परिणाम के लिए सरकार स्वयं उत्तरदाई रहेगी। गौरतलब है कि अपनी मांगों को लेकर ऊर्जा विभाग के अधिकारी कर्मचारियोंं ने कार्य बहिष्कार का निर्णय लिया है जिससे विद्युत व्यवस्था बाधित होने की संभावनाा के सरकार नेे ऊर्जा संयंत्रों में अन्य विभागोंं के इंजीनियरोंं को कार्य पर लगाने का निर्णय लिया है जिससे अन्य विभागोंं में कार्यरत इंजीनियर इस निर्णय से खफा हैं
यहां लोक निर्माण विभाग के विश्राम गृह में आयोजित उत्तराखंड इंजीनियर फेडरेशन के पदाधिकारियों ने एक स्वर में प्रस्ताव पारित करके कहा कि अन्य विभागों में कार्यरत अभियंताओं को सरकार अपनी हठधर्मिता के कारण जबरदस्ती जान जोखिम में डालने को मजबूर कर रही है जिसका फेडरेशन पुरजोर विरोध करता है।
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि अन्य सभी विभागों में कार्यरत अभियंता ऊर्जा विभाग के विशेष प्रशिक्षण से अनभिज्ञ हैं इससे ऊर्जा संयंत्रों और स्वयं इंजीनियरिंग को भी नुकसान हो सकता है इसलिए सरकार को ऊर्जा संयंत्रों मैं इन्हे जबरदस्ती कार्य पर ना लगाया जाए।
सरकार के इस फैसले से इंजीनियरों में काफी रोष है उन्होंने कहा कि सरकार अपने इस आदेश को तुरंत वापस ले सरकार के इस हठधर्मिता वाले फैसले के खिलाफ इंजीनियर है अक्टूबर से अपने कार्यस्थल पर विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर कार्य करेंगे।
बैठक में इंजीनियर दीपक कुमार अशोक कुमार महेंद्र कुमार अमित कुमार विशाल सक्सेना प्रीति पंत शिल्पी भट्ट पल्लवी मेलकानी समेत कई इंजीनियर मौजूद रहे
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