गुड न्यूज़- उत्तराखंड में जैविक कीटनाशक की खोज के लिए शोध परियोजना को मिली मंजूरी

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डॉ विनोद कुमार, डॉ तरुण कुमार सकसेना डॉ मनीषा कोरंगा की पहल लाई रंग

देहरादून skt. com

उत्तराखंड के हल्द्वानी के तीन शिक्षाविदों को उत्तराखंड सरकार ने हिमालय पौधों से जैविक कीटनाशक तैयार करने के लिए उनके शोध को स्वीकृति के साथ ही धनराशि भी अवमुक्त कर इस दिशा में नहीं पहल शुरू कर दी है। इसे कृषि और किसानों के लिए शुभ संकेत माना जा रहा है शोध के बाद जैविक कीटनाशक तैयार हो गया तो किसान विभिन्न तरह के रसायनों को पर निर्भर होने से बच जाएंगे।


उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान केंद्र, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, उत्तराखंड सरकार, देहरादून द्वारा डॉ. विनोद कुमार (उत्तराखंड ओपन यूनिवर्सिटी), डॉ. तरुण कुमार सक्सेना (एमआईईटी कुमाऊं), और डॉ. मनीषा कोरंगा (ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी) हल्द्वानी जिला नैनीताल के प्राध्यापको को उत्तराखंड के उच्च हिमालयन पौधों से जैविक कीटनाशक तैयार करने के लिए शोध परियोजना की स्वीकृति और धनराशि प्रदान की गई है।

डॉ. विनोद कुमार, डॉ. तरुण कुमार सक्सेना और डॉ. मनीषा कोरंगा मिलकर उच्च हिमालयन पौधों से जैविक कीटनाशक तैयार करने के लिए महत्वाकांक्षी परियोजना पर मिलकर काम कर रहे हैं. इस परियोजना का उद्देश्य पर्यावरण अनुकूल और सुरक्षित जैविक कीटनाशक विकसित करना है, जो किसानों एवं मानव समाज के लिए लाभदायक होगा।

इस अवसर पर संस्थान के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने बधाई दी l