उत्तराखंड में अनोखे अंदाज से मनाई गई गणेश चतुर्थी,वैक्सीन की बोतल पर बैठकर चूहे को वैक्सीन लगाते नजर आए गणेश जी

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कोरोनावायरस के मामले भले ही आज के समय में कम होने शुरू हो गए हो लेकिन एक समय था जिस समय कोरोनावायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले रखा था और हर तरफ हाहाकार मचा हुआ था लेकिन अब जिस प्रकार के मामले कम होते जा रहे हैं ऐसे में लोग सभी धार्मिक महोत्सव भी करने लगे हैं बता दें कि कोरोना नियमों के साथ हरिद्वार में गणेश चतुर्थी मनाई जा रही है। गणेश चतुर्थी के दिन हरिद्वार के महामाया गणपति संगठन ने हर साल अपने अलग अंदाज से बनाए जाने वाले गणपति को इस बार वैक्सीनेशन की थीम देकर काफी सूक्ष्म रूप में बनाया है। जिसमें उन्होंने गणपति महाराज की सवारी मूषक को कोरोना वैक्सीन लगवाते हुए दिखाया है।

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गणपति महाराज को भी वैक्सीन की बोतल में बिठाया है। इसके साथ ही मूर्ति पूरी तरह इको फ्रेंडली है और गणपति बाल रूप में हैं। महामाया संगठन ने बताया कि मूर्ति को बाल रूप देने का उद्देश्य तीसरी लहर के प्रति लोगों को जागरूक करना है, जिस तरह तीसरी लहर में कहा जा रहा है कि यह बच्चों के लिए काफी खतरनाक है। उसी को देखते हुए भगवान गणेश का बाल रूप दिखाया है और लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया है।महामाया गणपति संगठन के प्रमुख पंडित देवेंद्र कृष्ण आचार्य ने बताया कि भगवान गणपति की प्रतिमा वैक्सीन की बोतल में दिखाया है साथ ही गणेश जी की सवारी मूषक को खुद भगवान गणेश वैक्सीन लगाते हुए दिखाइए है। भगवान गणेश की प्रतिमा के हाथ में इस बार किसी बज्र के स्थान पर वैक्सीन की बोतल को दिया गया है। दूसरे हाथ में इंजेक्शन दिया है, जो अपने आप में लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करेगा और वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करेगा।
धीरज अनेजा का कहना है कि इस साल भी कोरोना काल के कारण गणपति को काफी सूक्ष्म रूप में विराजमान किया है। गणपति से प्रार्थना की है कि वह जल्द इस कोरोना जैसी महामारी को हरले और सबकुछ पहले की तरह सामान्य हो जाए। वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वैक्सीनेशन कर थीम का सहारा लिया है।