#G-20 #Chhatrapati #Shivaji’s #Wagh #Nail जी-20 सम्मेलन के दौरान बड़ी कामयाबी, छत्रपति शिवाजी का वाघ नख आएगा ब्रिटेन से वापस

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जी-20 सम्मेलन के दौरान भारत को एक बड़ी कामयाबी मिली है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की जानकारी के अनुसार मराठा राजा छत्रपति शिवाजी से जुड़ी एक दुर्लभ कलाकृति को यूनाइटेड किंगडम से वापस लाया जाएगा।

मंत्रालय ने किया पोस्ट
शनिवार को सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में मंत्रालय ने कहा, हमारी कीमती कलाकृतियों की वापसी भारत के कूटनीतिक प्रयासों की एक बड़ी जीत है। मंत्रालय ने अपने पोस्ट में कहा, हमारी गौरवशाली विरासत लौट आई। इतिहास को बनते हुए देखने के लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि छत्रपति शिवाजी महाराज का प्रसिद्ध वाघ नख अपनी विजयी वापसी के लिए पूरी तरह तैयार है। इसी के साथ मंत्रालय ने भारत ने अपने इतिहास को दोबारा हासिल किया टैगलाइन वाला एक पोस्टर भी शेयर किया। पोस्टर में बताया गया कि वाघ नख का इस्तेमाल अफजल खान को हराने के लिए किया गया था।

1 अक्टूबर को लंदन जाएंगे अधिकारी
मीडिया रिपोर्ट में मिली जानकारी के अनुसार 1 अक्टूबर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग और अन्य अधिकारी लंदन जाएंगे और वाघ नख को भारत वापस लाने के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर करेंगे। फिलहाल, इसे ब्रिटेन के विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम में रखा गया है।

9 साल वापस में आई 240 कलाकृतियां
बता दें कि केंद्र सरकार की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले 9 सालों में विभिन्न देशों से लगभग 240 प्राचीन कलाकृतियां वापस भारत लाई हैं। इसके साथ ही, 72 ऐसी कलाकृतियां है, जिन्हें उनके देश को वापस सौंपा जाएगा। वापस लाई गई सैकड़ों कलाकृतियां में नटराज की करीब 1100 साल पुरानी मूर्ति और नालंदा के म्यूजियम से करीब छह दशक पहले गायब हुई बुद्ध की 12 वीं सदी की कांस्य प्रतिमा शामिल हैं।