अडानी को ‘झटका’ देने वाली हिंडनबर्ग रिसर्च बंद, फाउंडर ने लिखा, हमने साम्राज्य हिला दिया

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हिंडनबर्ग रिसर्च

भारत के सबसे चर्चित उद्योगपतियों में से एक गौतम अडानी की कंपनी के ऊपर कई सनसनीखेज आरोप लगाने वाली कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च अब बंद हो रही है।

मुख्य बिंदु

सोशल मीडिया पोस्ट में किया ऐलानक्या बोले एंडरसन? ‘हमें बस सच्चाई पर भरोसा है…’

सोशल मीडिया पोस्ट में किया ऐलान

इस कंपनी के फाउंडर ने अपनी कंपनी बंद करने का एलान किया है।  कंपनी के फाउंडर नाथन ‘नैट’ एंडरसन (Nathan Anderson) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है कि, हमारे काम के जरिए रेगुलेटरों द्वारा लगभग 100 लोगों पर दीवानी या आपराधिक आरोप लगाए गए हैं। जिनमें कई अरबपति भी शामिल हैं। हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया, जिन्हें हमें हिलाने की ज़रूरत थी।

बता दें कि हिंडनबर्ग रिसर्च ने जनवरी 2023 में एक रिपोर्ट पब्लिश की थी। इसमें अडानी ग्रुप पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे। हालांकि, अडानी ग्रुप ने इन आरोपों का खंडन किया था लेकिन इसके बाद भी ग्रुप के मार्केट कैप में भारी गिरावट आई थी। रिपोर्ट आते ही अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई थी।  

क्या बोले एंडरसन?

हिंडनबर्ग के बंद होने का ऐलान कंपनी के फाउंडर ने किया. ये ऐलान ऐसे वक्त में हुआ, जब अमेरिका में जो बाइडन का कार्यकाल खत्म हो रहा है और 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति के तौर पर वापसी हो रही है। नैट एंडरसन ने अपने सफर, संघर्ष और उपलब्धियों के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा, 

“मैंने पिछले साल के अंत में ही अपने परिवार, दोस्तों और हमारी टीम के साथ ये बात शेयर की थी कि मैं हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद करने का निर्णय ले रहा हूं। हमने जो विचार तय किए थे, उन्हें पूरा करने के बाद इसे खत्म करना था। आज आखिरी मामलों को नियामकों के साथ शेयर करने के बाद वो दिन आ गया है।”

 ‘हमें बस सच्चाई पर भरोसा है…’

हिंडनबर्ग रिसर्च के फाउंडर ने एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए अपने मैसेज में लिखा, “हम सभी ने सटीकता पर ध्यान केंद्रित करते हुए और सबूतों के आधार पर अपने शब्दों को तय करते हुए बहुत मेहनत की है। कभी-कभी इसका मतलब होता है बड़े झटके लेना और ऐसी लड़ाइयां लड़ना जो हममें से किसी भी व्यक्ति से कहीं बड़ी होती हैं। धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और नकारात्मकता अक्सर भारी लगती हैं। आखिरकार हमने अपने काम से असर डाला- जितना मैंने शुरू में सोचा था उससे कहीं ज़्यादा असर हुआ। हमारे काम के ज़रिए रेगुलेटरों द्वारा लगभग 100 लोगों पर दीवानी या आपराधिक आरोप लगाए गए हैं। जिनमें कई अरबपति भी शामिल हैं। हमने कुछ ऐसे साम्राज्यों को हिला दिया जिन्हें हमें हिलाने की ज़रूरत थी।”

एंडरसन ने लिखा कि समय के साथ लोगों ने वह देखना शुरू कर दिया, जिसकी मुझे उम्मीद थी कि हम दिखा सकते हैं कि प्रभाव डालना संभव है, चाहे आप कोई भी हों। हम निडर नहीं हैं, हमें बस सच्चाई पर भरोसा है और उम्मीद है कि यह हमें सही रास्ते पर ले जाएगा। मैं इसके लिए आभारी हूं।